- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- गाजीपुर
- /
- गाजीपुर में नहर से...
गाजीपुर में नहर से बरामद सिपाही सुधीर कुमार यादव की लाश ने खड़े किए कई सवाल!
गाजीपुर : जमानियां कोतवाली क्षेत्र के दौदही गांव निवासी सिपाही सुधीर कुमार यादव की मौत शव मिलने से 36 घंटे पहले से पानी में डूबने से हो चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हुआ। अब सवाल यह है कि अगर सिपाही की मौत पानी में डूबने से हुई तो कान के पास खून का रिसाव कैसे हो रहा था। शव और बैग मिलने के बीच करीब 10 किलोमीटर की दूरी ने तमाम सवाल खड़े कर दिए हैं।
घर से ड्यूटी ज्वाइन करने निकले यूपी पुलिस के सिपाही का शव नहर में मिलने के बाद से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। कोई भी सुसाइड नोट न मिलने और शरीर पर चोट के निशान न होने से सिपाही की मौत की गुत्थी उलज गई थी। सूचना मिलने पर पुलिस ने जब शव का पोस्टमार्टम कराया तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। रिपोर्ट के मुताबिक, सिपाही की मौत शव मिलने से 36 घंटे पहले ही पानी में डूबने से हो चुकी थी। हालाकिं, सिपाही के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। फिलहाल, पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुटी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, जमानियां कोतवाली क्षेत्र के दौदही गांव निवासी सिपाही सुधीर कुमार यादव की मौत शव मिलने से 36 घंटे पहले से पानी में डूबने से हो चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हुआ। सिपाही सुधीर की मौत कैसे हुई, वह कैसे रजवाहा पहुंचा और उसका बैग घटनास्थल से काफी दूर पर कैसे मिला, इसका जवाब हर कोई चाहता है। शव और बैग मिलने के बीच करीब 10 किलोमीटर की दूरी ने तमाम सवाल खड़े कर दिए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तो यह बात सामने आई है कि उसके शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं थे। ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि अगर सिपाही की मौत पानी में डूबने से हुई थी तो कान के पास खून का रिसाव कैसे हो रहा था ? अगर सिपाही को आत्महत्या ही करना होता तो वह बैग को गांव स्थित पुलिया के पास क्यों छोड़कर दस किमी दूर रजवाहा में जाता। यह तमाम सवाल ग्रामीणों के साथ-साथ घरवालों को पुलिस से चाहिए, जो पूरे मामले की जांच कर रही है।
नहर में उतराता मिला था सिपाही का शव
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नगसर थाना क्षेत्र के दशवंतपुर गांव के पास नहर में उतराते हुए शुक्रवार की सुबह 33 वर्षीय अज्ञात युवक का शव मिला था, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। मृतक की जेब में मिले आधारकार्ड से उसकी शिनाख्त हरदोई पुलिस लाइन में तैनात सिपाही सुधीर कुमार यादव (constable Sudhir Kumar Yadav) (33) निवासी जमनिया कोतवाली के दौदही निवासी के रूप में की गई। जानकारी होते ही परिजन थाने पहुंच गए। परिजनों ने युवक की हत्या की आंशका जताते हुए पुलिस से जांच की बात कही। शव का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, जमानिया के दौदहीं निवासी सुधीर कुमार यादव (constable Sudhir Kumar Yadav) पुत्र प्रभूनाथ यादव पुलिस में सिपाही थे। जुलाई तक उसकी तैनाती सोनभद्र में थी, समय पूरा होने पर उसका तबादला हरदोई जनपद कर दिया गया। इसके बाद उसने वहां ज्वाइन किया। आठ अगस्त को परेड में शामिल होने के बाद से सुधीर बिना सूचना के अनुपस्थित हो गए। आरआई ने गैरहाजिर होने पर रपट लिखकर फाइल खोल दी और घर पर नोटिस भेजा। जानकारी पर उसके बड़े भाई गांव पहुंचे और समझाया तो सुधीर यादव ने हरदोई जाने की बात कही। बुधवार की शाम को सिपाही सुधीर वर्दी समेत अन्य समान लेकर घर से हरदोई के लिए रवाना हो गए।
हरदोई जिले की पुलिस लाइन में तैनात था सिपाही
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार सुबह रजवाहा में शव की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस टीम को भेजकर शव निकलवाया गया, उसके पास मिले आधार कार्ड से युवक की पहचान हुई कि वह सिपाही है। मोबाइल के जरिये परिजनों से संपर्क किया गया और सूचना दी। परिजनों ने शव की पहचान की। इसके बाद एसपी, एसपीआरए और हरदोई पुलिस लाइंस को भी सूचना दी गई। सिपाही के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था।
ग्रामीणों की माने तो मृतक सुधीर कुमार यादव तीन भाइयों में सबसे छोटा था। सुधीर 2005 में पुलिस कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था और वर्तमान समय में हरदोई जिले के पुलिस लाइन में वह तैनात था। वहां से आठ अगस्त को घर आया था। तब से घर ही रह रहा था। शाम को घर से घूमने के लिए बाहर निकला था, तो रात को लौटकर घर नहीं पहुंचे। जिसके बाद राजवाहा में शव मिला। सुधीर का 2008 में विवाह हुआ था। मृतक के दो बच्चे है, जिसमें नितीश बड़ा और सनेाक्षी छोटी है।