- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- हापुड़
- /
- यूपी में पुलिस के 30...
यूपी में पुलिस के 30 जवानों को जिंदा जलाने की थी तैयारी, बिल्डिंग में बंद कर तेल डाल आग लगाने की थे फ़िराक में!
शुक्रवार को हुए बवाल में बड़ी अनहोनी होने से बच गई। खुफिया विभाग ने जो रिपोर्ट शासन को भेजी है, उसमें बताया गया कि हापुड़ रोड पर बलवाई पुलिस बल की जान लेने पर आमादा थे। इसी के चलते पुलिस फोर्स को निशाना बनाया। बलवाई सीधे फायरिंग करने के अलावा आगजनी कर रहे थे।
हापुड़ रोड पर जिस स्थान पर आरएएफ के दो जवानों और पीएसी के 35 प्रशिक्षु सिपाहियों को बिल्डिंग में बंद किया था, उसमें बलवाइयों का इरादा तेल उड़ेलकर आग लगाना था। अगर फोर्स और तीन मिनट मौके पर नहीं पहुंचती तो कुछ भी हो सकता था।
हापुड़ रोड पर सिटी हॉस्पिटल के पास सैकड़ों की संख्या में बलवाइयों ने आगजनी शुरू की। जिसके बाद जब पुलिस फोर्स पहुंची तो पुलिस पर फायरिंग की गई। इस दौरान हापुड़ रोड, लिसाड़ीगेट, खत्ता रोड पर भी बलवा शुरू हो गया।
हापुड़ रोड पर भवानी नगर के सामने सैकड़ों की संख्या में भीड़ ने फायरिंग शुरू कर दी। भीड़ ने एक दुकान में घुसे पीएसी के प्रशिक्षु सिपाहियों, आरएफ के दो जवानों और एक मजिस्ट्रेट को बंधक बना लिया था। आरएएफ के जवानों की सूचना पर नौचंदी और सिविल लाइन पुलिस ने वहां तक पहुंचने की कोशिश की।
लेकिन सामने से बलवाई फायरिंग कर रहे थे। बलवाइयों ने सड़क पर टायर रखकर आग लगा दी। कई स्थानों पर पेट्रोल बम फेंके गए। बाद में आरएएफ की क्यूआरटी ने सभी को सुरक्षित निकाला था। अधिकारियों का कहना है कि यदि दो या तीन मिनट तक फोर्स नहीं पहुंचती तो अप्रिय घटना हो सकती थी।
आरएएफ मुख्यालय ने दिए आदेश, पूरी कंपनी फोर्स एक साथ रहेगी
मेरठ में शुक्रवार को हुए बवाल के बार आरएएफ मुख्यालय ने आदेश दिए हैं कि पूरी कंपनी फोर्स एक साथ रहेगी। मेरठ के लिए शनिवार को दो कंपनी फोर्स मिलनी थी, लेकिन एक कंपनी फोर्स को सहारनपुर में भेज दिया। मेरठ, सहारनपुर, रामपुर और मुरादाबाद में आरएएफ की एक एक कंपनी फोर्स लगाई गई है। प्रत्येक कंपनी फोर्स में कंपनी कमांडर के ऊपर आरएएफ के असिस्टेंट कमांडेंट और डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी भेजे गए हैं।
वेदव्यासपुरी स्थित रैपिड एक्शन फोर्स की 108वीं वाहिनी से मेरठ के अलावा वेस्ट यूपी और अन्य जिलों में सुरक्षा की दृष्टि से आरएएफ भेजी जाती है, लेकिन आरएएफ वाहिनी से चार कंपनी फोर्स ही वाहिनी से बाहर सुरक्षा के लिए भेजी जा सकती है। अन्य फोर्स कैंप, शस्त्रागार, अन्य सुरक्षा और वाहिनी की व्यवस्था देखती है। आरएएफ वाहिनी वेस्ट यूपी में सुरक्षा का सबसे सुरक्षित क्षेत्र है, वाहिनी के अतिथि गृह में प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री भी रात्रि विश्राम कर चुके हैं।
शुक्रवार को मेरठ में आरएएफ की एक कंपनी फोर्स लगाई गई थी। जिसके बाद मेरठ में बवाल हुआ तो जिला प्रशासन ने इमरजेंसी कॉल पर आरएएफ से और फोर्स बुलाई गई। शहर के हालात संभालने के लिए आरएएफ वाहिनी के कमांडेंट शैलेंद्र कुमार को खुद क्यूआरटी के साथ निकलना पड़ा। बवालियों द्वारा की गई फायरिंग में आरएएफ के एसआई वीडी शुक्ला और कांस्टेबल अनुज कुमार गोली लगने से घायल हो गए थे। जिनका मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।
मेरठ से पीएसी भी भेजी गई
मेरठ में हापुड़ रोड स्थित 44वीं वाहिनी पीएसी और रुड़की रोड स्थित छठी वाहिनी पीएसी में वाहिनियों से बाहर के लिए सात सात कंपनी फोर्स है। ऐसे में मेरठ के अलावा वेस्ट यूपी के अलग अलग जिलों में पीएसी भेजी गई है। छठीं वाहिनी के सेनानायक नितिन तिवारी ने बताया कि मेरठ में सभी संवेदनशील स्थानों पर पीएसी लगाई गई है। अन्य जिलों के लिए भी फोर्स गई हुई है।