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- पुलिस ने अधिवक्ता से...
पुलिस ने अधिवक्ता से लॉकअप में बैठाकर की बदसलूकी, गुस्साए वकीलों ने दिया धरना
जौनपुर। जिले के मड़ियाहूं कोतवाली में दारोगा गोपालजी तिवारी द्वारा शिवम सिंह अधिवक्ता से दुर्व्यवहार के मामले में जौनपुर पुलिस की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। घटना के चार दिन बाद दारोगा पर कार्रवाई न होने से नाराज अधिवक्ता गुरुवार को आंदोलित हो गए और न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। वकीलों ने अबेडकर तिराहे पर नारेबाजी की और पुलिस अधीक्षक से बात करने के लिये अड़े रहे।
गौरतलब है कि चार दिन पहले दीवानी कचहरी की एक अधिवक्ता किसी कार्य से मड़ियाहूं थाने गये थे। जहां दारोगा गोपालजी तिवारी ने अधिवक्ता के साथ दुर्व्यवहार किया। इस घटना की शिकायत वकीलों ने उच्चाधिकारियों से की। मगर दारोगा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे गुस्साए अधिवक्ताओं ने पुलिस विभाग के खिलाफ आर-पार लड़ाई का ऐलान कर दिया। अधिवक्ता का आरोप है कि 29 नवम्बर कों रात्रि 7: 30 बजे गाँव के पुरानी रंजिश में गाँव के प्रेम सागर चौहान समेत छः लोग राय बना कर जान मारने के लिये लाठी डंडे से घर पर चढ़कर मारने पहुँच गये। जिसके सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र लेकर मड़ियाहूं थाने में अभियुक्तगण के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराने गये कि थाना में मौजदू दारोगा गोपालजी तिवारी ने हाथ से प्रार्थना पत्र प्रार्थी के हाथ से छीन कर अभद्र गलियाँ देतें हुए लॉकअप में बंद कर रात भर टार्चर किया।
अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा, 'जिले की पुलिस निरंकुश हो गई है। वह थाने में जानेवाले लोगों से अभद्रता कर रही है। अधिवक्ता के साथ हुआ दुर्व्यवहार इसका नमूना है। वकीलों ने कहा कि एसपी जिले के थानेदारों को अराजकता फलाने के लिए छूट दे रहे हैं। जिले में लूट और चोरी की घटनाए हो रही हैं लेकिन किसी का खुलासा पुलिस नहीं कर पा रही है। अगर दोषी दारोगा के विरुद्ध कार्रवाई न हुई तो आंदोलन तेज होगा।' इस दौरान राजीव तिवारी, धर्मेन्द्र मिश्र, प्रवीण सिंह, उस्मान अली, बडे़ लाल यादव, दीवानी न्यायालय के समस्त अधिवक्ता शामिल रहे।