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यूपी के डिप्टी सीएम को लगी बेइज्जती तो गायब हुए 572 वोट, कांग्रेस ने खोला मोर्चा

यूपी के डिप्टी सीएम को लगी बेइज्जती तो गायब हुए 572 वोट, कांग्रेस ने खोला मोर्चा
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यूपी के ताज़ा निकाय चुनाव में नगर पंचायत अध्यक्ष सराय अकिल के जीते कांग्रेस उम्मीदवार को सत्ता के दबाव में हरा कर बीजेपी उम्मीदवार को जीत का प्रमाण पत्र देना जिला प्रशासन को काफी महगा पड़ गया है. अपने उम्मीदवार की हार से नाराज़ कांग्रेसियों ने जिला प्रशासन के सामने जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसी नेताओ और हजारो कार्यकर्ताओ ने सड़क पर उतर कर जबरजस्त प्रदर्शन कर मुख्यालय के प्रमुख चौराहे को काफी देर तक जाम रखा.
निकाय चुनाव में सत्ता के दबाव में उलझा कौशाम्बी का जिला प्रशासन अनजाने में आकड़ो के खेल में चूक कर बैठा. जिसका नतीजा आपने सामने कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन के रूप में आपके सामने है. दरअसल यह पूरा खेल कौशाम्बी के निकाय चुनाव में वोटो की गिनती के समय खेला गया. जिसमे कांग्रेस के नेताओं का आरोप है कि जिला प्रशासन के अधिकारियो ने वोटो की गिनती में गड़बड़ी करते हुए कांग्रेस के जीते प्रत्यासी रोहित आजाद को हारा हुआ घोषित कर बीजेपी के उम्मीदवार शिवदानी को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया.
जिला स्तरीय अधिकारियों का यह गड़बड़ झाला साफ़ तौर पर चुनाव आयोग् की वेबसाईट पर देखी जा सकती है. इस वेब साइट में जो आकडे दिए गए है वह बेहद चौकाने वाले है. आयोग की वेबसाइट पर 22 नवम्बर को हुए मतदान का जो डाटा फीड किया गया है उसके हिसाब से सराय अकिल नगर पंचायत में 58.01 प्रतिशत मत पड़े हैं. सराय अकिल में कुल मतदाता 14325 हैं. वोट प्रतिशत के हिसाब से 8309 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. मतगणना के दिन कुल 7737 मतों की गणना कराई गई.यह डाटा भी आयोग की बेबसाइट पर फीड किया गया. गिनती का आंकड़ा 54 फीसदी का है. इस हिसाब से मतदान और मतगणना के आंकड़ों के बीच 572 मतों की हेराफेरी सामने आई है.

इस पूरे मामले पर डीएम मनीष कुमार वर्मा का दावा है कि उन्होंने पूरी पारदशिता से वोटो की गिनती कराइ है.कही पर भी चूक का सवाल नहीं है मतगड़ना आरओ ने जो भी निर्णय लिया होगा वह आयोग के नियमो के आधार पर लिया होगा अभी उन्होंने पूरी वोटो को नहीं देखा है.
नितिन अग्रहरी की रिपोर्ट
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