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योगी के सबसे ख़ास आदमी की सपा में कराई अखिलेश ने एंट्री, हिंदूवादी नेता के माध्यम से करेंगे बीजेपी पर हमला
सोनी सिंह
लखनऊ। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अभी से योगी आदित्यनाथ को ठीक से घेरने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। अखिलेश ने आज योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट के कभी हीरो रहे सुनील सिंह को समाजवादी पार्टी में शामिल किया है। सुनील सिंह योगी आदित्यनाथ की संस्था हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद राजनीतिक अनबन के कारण योगी और सुनील सिंह में ठन गयी और हालात इतने बिगड़ गए कि योगी की पहल पर सुनील सिंह पर रासुका लगा कर जेल भेज दिया गया।
दरअसल, हिन्दू युवा वाहिनी को लेकर उस समय गंम्भीर स्थिति उत्पन्न हो गयी जब योगी को भाजपा ने उत्तर प्रदेश का मुख्यंत्री बना दिया। इस पद के बदले यह शर्त थी कि हिन्दू युवा वाहिनी की सक्रियता नही रहेगी और योगी की टीम केवल भाजपा के लिए काम करेगी। यह प्रकरण विधानसभा चुनाव से पहले से ही चल रहा था। सुनील सिंह योगी के इस समझौते से सहमत नहीं थे। विधानसभा चुनाव के दौरान हिन्दू युवा वाहिनी के कई प्रत्याशी खड़े कर दिए जिनसे योगी ने अपना पल्ला झाड़ लिया। मुख्यमंत्री बन जाने के बाद योगी के लिए यह और भी चुनौती बन गया। सुनील सिंह की अति सक्रियता से योगी बहुत परेशान थे। इसी बीच सुनील सिंह ने लखनऊ के अतिविशिष्ट अतिथि गृह में एक प्रेसवार्ता की जिसमेें उन्होंने ऐलान किया कि उनकी हिन्दू युवा वाहिनी को योगी आदित्यनाथ का आशीर्वाद प्राप्त है।
इस वार्ता के बाद पार्टी में योगी के लिए यह स्पष्ट करना कठिन होने लगा कि हिन्दू युवा वाहिनी से अब उनका कोई लेना देना नहीं है। कहा जाता है कि सुनील सिंह की सक्रियता को पहले लोग यह मान कर देख रहे थे कि हो सकता है इस मुहिम में योगी ही पीछे हों। अपने को इस मुहिम से बिल्कुल अलग दिखाने के लिए योगी ने सुनील सिंह के खिलाफ बहुत कड़े कदम उठाए। सुनील पर रासुका भी लगा और वह लंबे समय तक जेल में भी रहे। सूत्रों की मानें तो अखिलेश की योगी को घेरने की रणनीति की अभी यह शुरुआत है। अखिलेश के संपर्क में भाजपा के कई पूर्व और वर्तमान विधायक और अन्य नेता भी शामिल हैं जो कही न कहीं योगी से या प्रदेश की सरकार से खफा हैं। अभी आगे बहुत कुछ होना है।
बस्ती के एक विधायक भी अखिलेश के टच में
सत्ता के गलियारों में साल 2022 के चुनाव की तैयारियां अभी से दिखनी शुरू हो चुकी हैं। टिकट मिलने और जीत की गारंटी तय करने के चक्कर में कुछ सत्ताधारी पार्टी के विधायक भी अन्य पार्टियों की ओर झांक रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि बस्ती जिले के एक वर्तमान विधायक ने साल 2020 की शुरूआत में अखिलेश से मुलाकात कर नव वर्ष की बधाइयां दीं।
योगी को बराबर की टक्कर देना चाहेंगे सुनील
कभी गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ के दाहिने हाथ रहे सुनील सिंह अब साइकिल की सवारी करने जा रहे हैं। कहा जाता है कि योगी के कहने पर पूर्वांचल में हिंदू युवा वाहिनी के बैनर तले उन्होंने बीजेपी के खिलाफ ताल ठोक दिया था औऱ मान मनौवल के बाद योगी ने बीजेपी का साथ दिया था। कालांतर में योगी की सुनील से ठन गई और वह सिस्टम के शिकार हो गये।