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यूपी में भ्रष्टाचार के आरोप में एसएसपी बुलंदशहर सस्पेंड, दो आईपीएस बने कप्तान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के जनपदों की कानून व्यवस्था स्थिति की समीक्षा करते हुए लापरवाही बरतने अथवा अनियमितता पाए जाने पर सख्त रुख अपनाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर एन कोलांची को तात्कालिक प्रभाव से निलंबित किए जाने के आदेश किए हैं.
अपर मुख्य सचिव ग्रह अवनीश कुमार अवस्थी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस महानिदेशक डीजीपी ओपी सिंह की रिपोर्ट के आधार पर जनपद बुलंदशहर के कानून व्यवस्था एव वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर एन कोलांची की कार्यप्रणाली की समीक्षा किए जाने पर पाया गया कि एसएसपी एन कोलांची द्वारा थानाध्यक्षों ओर प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनाती के अनियमितता की जा रही है उनके द्वारा इस संबंध में निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन ना करके मन माने तरीके से निरीक्षक थानाध्यक्षों की नियुक्ति की गई एवं थानाध्यक्षों को बहुत ही कम समय में स्थानांतरित कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि उदाहरण के तौर पर दो थाना निरीक्षकों को 7 दिन से कम तैनाती दी गई एक थाना निरीक्षक को मात्र 33 दिन में बदल दिया गया जो पुलिस महानिदेशक द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के बिल्कुल विपरीत है एन कोलांची द्वारा दो थाना निरीक्षक को जिनको परी निंदा प्रविष्ट दी गई है/ नियमों के विपरीत तैनात किया गया कार्यप्रणाली से पुलिसिंग की महत्वपूर्ण कड़ी थाना प्रभारी के स्थायित्व मैं कमी आई है तथा इस प्रकार नियुक्त प्रक्रिया पारदर्शी नहीं की एन कोलांची वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के इस तरह से आम जनमानस में पुलिस विभाग की छवि धूमिल हुई है. शासन द्वारा तत्कालिक प्रभाव से उनको निलंबित कर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से संबंध किए जाने के निर्देश दिए गए हैं.