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- बीजेपी ही नहीं...
बीजेपी ही नहीं सपा-बसपा के लिए भी बनी चुनौती 'लखनऊ' की ये मुस्कुराती प्रियंका गांधी!
नई दिल्ली. सोमवार दोपहर एक बजे कांग्रेस की लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस होनी थी, समय आगे बढ़ा और कांफ्रेंस करीब तीन बजे शुरू हुई. लंबे समय बाद कांग्रेस के लखनऊ मुख्यालय में माहौल बेहद गर्मजोशी वाला था. मुख्यालय यूपी के पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और मीडिया वालों से खचाखच भरा था. कांग्रेसी नेताओं की कतार में एक चेहरा ऐसा था जिस पर मीडिया की नजरें गड़ी हुई थीं. वो चेहरा था प्रियंका गांधी का.
हम कह सकते हैं ऐसा क्या है? लंबे समय के बाद राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय हुईं प्रियंका को ये तो करना ही था, वरना वो कैसे अपनी जमीन तैयार करेंगी? कुछ बातें हैं जो बता रही हैं कि प्रियंका को योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव और मायावती अगर जूनियर प्लेयर मानेंगे तो सचमुच बड़ी भूल करेंगे. आम चुनाव के दौरान सक्रिय हुईं प्रियंका धड़ाधड़ यूपी की यात्राएं कर रही हैं. वो यूपी से उठते किसी भी मुद्दे, जिससे जनता का सरोकार है छोड़ने को तैयार नजर नहीं आतीं. प्रियंका गांधी की राजनीतिक गतिविधियां न सिर्फ बीजेपी बल्कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लिए भी चुनौती से कम नहीं है.
मुलायम का स्टाइल
नेता वही जो जनता की तकलीफों में उनके साथ खड़ा हो. सब वाकिफ हैं कि इस मामले में मुलायम का कोई सानी नहीं रहा है. उन्हें यूं ही नहीं धरती पुत्र मुलायम सिंह कहा जाता रहा है. दुख तकलीफ के किसी भी मौके पर बीते तीन दशकों में सारी राजनीतिक बिरादरी इस बात की गवाह रही है कि मुलायम वहां जरूर पहुंचते थे जहां उनकी जनता या कार्यकर्ता से जुड़ा कोई मुद्दा होता था.
अखिलेश ने धीरे ही सही लेकिन उस शैली को अपनाना शुरू कर दिया है लेकिन देर से. प्रियंका इस सीख को लगता है पहले ही सीख कर आई हैं और बीते कुछ महीने में चाहे उन्नाव हो या फिर लखनऊ प्रियंका आक्रामक नजर आ रही हैं. लाख बाधाओं के बावजूद वो पीड़ितों से मिलकर ही मानती हैं. दारापुरी की बीमार पत्नी से उनकी मुलाकात का ये वीडियो अपने आप में बहुत कुछ कह जाता है.
Smt. @priyankagandhi ji meets with former IPS officer S R Darapuri family in UP. pic.twitter.com/RhmRUd07XZ
— UP East Youth Congress (@IYC_UPEast) December 28, 2019