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शिवपाल यादव ने सपा पार्टी के लिए दिया बड़ा बयान, बोले ये नहीं होती तो मैं विधायक नहीं होता
मैनपुरी: मैनपुरी में एक शादी समारोह में भाग लेने के पहुंचे शिवपाल ने कहा कि अगर ईवीएम से छेड़खानी होती तो वह मौजूदा समय में विधायक नहीं होता। अखिलेश व शिवपाल के बीच की राजनीतिक अनबन जगजाहिर है। समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा ईवीएम में की गई छेड़खानी की बात खारिज की है। उन्होंने कहा है कि विपक्षी दल ईवीएम में छेड़खानी किए जाने की बात कह रहा है वह गलत है। ईवीएम में छेड़खानी नहीं की गई। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक से अधिक बार कह चुके हैं कि ईवीएम से छेड़छाड़ की गई है। शिवपाल सिंह यादव पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा हैं। शिवपाल यादव का बयान भतीजे व पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से उलट है।
इटावा के जसवंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव नहीं मानते कि ईवीएम में कोई खोट है। उन्होंने साफ कहा कि अगर ईवीएम में गड़बड़ी होती तो मैं भी विधानसभा चुनाव नहीं जीतता। शिवपाल यादव का यह कथन पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इन आरोपों का खंडन करता है कि नगर निकाय चुनावों में भाजपा ने मेयर पदों पर भारी जीत ईवीएम में गड़बड़ी किये जाने से जीती। उन्होंने सपा की करारी हार पर पार्टी नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि जिन लोगों ने प्रत्याशी उतारे उन्हें हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। अखिलेश के नेतृत्व में विधानसभा के बाद निकाय चुनाव में भी मिली हार के सवाल को उन्होंने टाल दिया और कहा कि इस सवाल का जवाब अखिलेश से ही पूछा जाए। शिवपाल ने ये भी कहा कि निकाय चुनाव में उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई।
अगर उन्हें जिम्मेदारी दी गई होती तो जीत होती। उन्होंने जोड़ा कि जिन प्रत्याशियों को उन्होंने अपना समर्थन दिया वे सभी जीते हैं। लेकिन सपा के जो प्रत्याशी उतारे गए वे हारे तो इसका जवाब वो लोग दें जिन लोगों ने इन प्रत्याशियों को मैदान में उतारा। शिवपाल ने कहा 2019 के लोकसभा चुनाव अभी दूर हैं। निकाय चुनाव सेमीफाइनल नहीं हैं। उन्होंने मैनपुरी में सपा की करारी हार पर बिना नाम लिए बड़े नेताओं को आड़े हाथों लिया और कहा कि अब ये लोग बताएं कि चुनाव में कैसे प्रत्याशी उतारे गए जो हार गए।