मिर्जापुर

जब सोनभद्र पीड़ितों से मिलकर प्रियंका फूट फूट कर रोई, वीडियो देख लोग भी हैरान

Special Coverage News
20 July 2019 7:06 AM GMT
जब सोनभद्र पीड़ितों से मिलकर प्रियंका फूट फूट कर रोई, वीडियो देख लोग भी हैरान
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उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में 10 लोगों की हत्या का मामला शांत होता नहीं दिख रहा. इस घटना के पीड़ितों से मिलने को लेकर अड़ी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को प्रशासन ने सोनभद्र जाने की इजाजत नहीं दी. इस बीच पीड़ित परिवारों के लोग मिर्जापुर स्थित चुनार गेस्ट हाउस आकर कांग्रेस महासचिव से मिले. पीड़ित महिलाओं से मिलकर प्रियंका गांधी काफी भावुक हो गईं. उन्होंने महिलाओं के गले मिलकर ढांढस बंधाया. इस दौरान प्रियंका की आंखों से आंसू छलक आए.

इससे पहले प्रियंका गाधी ने साफ किया था कि जब तक वह पीड़ित परिवारों से मिल नहीं लेतीं, तब तक वापस नहीं जाएंगी. प्रियंका गांधी ने कहा, ' मैं कानून का उल्लंघन नहीं करना चाहती. मैंने प्रशासन को कहा है कि अगर सोनभद्र में धारा 144 लागू है तो वो किसी और जगह मुझे मिलवा सकते हैं. प्रियंका गांधी ने कहा कि वो पीड़ित परिवारों से मिर्जापुर या वाराणसी में भी मिल सकती हैं. उन्होंने कहा, 'एक बार पीड़ितों से मिल लूं फिर चली जाऊंगी, लेकिन उनसे मिले बिना कहीं नहीं जाऊंगी.'



मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस में रुकी प्रियंका गांधी से मिलने के लिए पीड़ित परिवार के लोग वहां पहुंचे थे. हालांकि प्रियंका के मुताबिक, प्रशासन ने उन लोगों को उनसे मिलने नहीं दिया और गेस्ट हाउस के गेट पर ही रोक दिया. प्रियंका ने यह आरोप लगाया कि उन्होंने जब पता चला कि वे लोग गेस्ट आए हैं तो उनसे मिलने गेट तक जा रही थीं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें गेट पर जाने तक की इजाजत नहीं दी.

वहीं सत्ताधारी पार्टी द्वारा इसे पॉलिटिकल टूरिज्म बताए जाने पर प्रियंका गांधी ने कहा, 'यहां नरसंहार हुआ है, 10 लोग मारे गए हैं और वे लोग ऐसी बात कह रहे हैं. हम यहां हैं क्योंकि यही कांग्रेस है. हर कांग्रेसी कार्यकर्ता यहां है क्योंकि हमारी यही विचारधारा है. हम गरीबों के साथ खड़े रहेंगे.' इस पहले शनिवार सुबह उन्होंने एक ट्वीट कर पूछा था, क्या इन आँसुओं को पोंछना अपराध है?



बता दें कि प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को पीड़ितों से मिलने को सोनभद्र के लिए निकली थीं, लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें वहां हिरासत में ले लिया. प्रियंका ने जमानत के लिए पर्सनल बॉन्ड देने से इनकार कर दिया और मिर्जापुर जिले के एक गेस्टहाउस में ठहरीं, जहां उन्हें अपने समर्थकों के साथ सड़क पर बैठने के बाद ले जाया गया. वह लगातार मांग करती रहीं कि उन्हें पीड़ित परिवारों से मिलने और आगे बढ़ने की अनुमति दी जाए.

पुलिस उपमहानिरीक्षक पीयूष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक चुनार के गेस्टहाउस में गांधी के संपर्क में थे ताकि उन्हें आगे की यात्रा न करने के लिए राजी किया जा सके.

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