नोएडा

नोएडा में पार्क में नमाज के बाद अब भागवत कथा भी रोकी, बिना अनुमति धार्मिक आयोजन पर सख्ती जारी

Special Coverage News
27 Dec 2018 7:06 AM GMT
नोएडा में पार्क में नमाज के बाद अब भागवत कथा भी रोकी, बिना अनुमति धार्मिक आयोजन पर सख्ती जारी
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ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी सीईओ ने कहा है कि बिना अनुमति के अथॉरिटी की प्रॉपर्टी पर किसी तरह का आयोजन नहीं करने दिया जाएगा।

नोएडा : दिल्ली से सटे नोएडा में प्रशासन ने सार्वजनिक स्थल पर बिना अनुमति धार्मिक आयोजनों के खिलाफ सख्ती अपनाते हुए पार्क में नमाज पढ़ने पर पावंदी लगा दी है, जिसके बाद सियासी गलियारों में हंगामा खड़ा हो गया है। नोएडा में अथॉरिटी के पार्क में नमाज पर रोक के बाद ग्रेटर नोएडा में बुधवार को अधिकारियों ने सेक्टर-37 में बिना अनुमति लिए अथॉरिटी की जमीन पर भागवत कथा कराने वालों को रोक दिया। सेक्टर के आरडब्ल्यूए ने इस मामले में आयोजन को रुकवाने की मांग की थी। साथ ही, अथॉरिटी के सीईओ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।

बता दें कि नोएडा के सेक्टर-58 स्थित पार्क में बिना अनुमति लिए होने वाले जुमे की नमाज पर रोक के बाद काफी हंगामा हो रहा है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। इस बीच बुधवार को ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-37 में भी अथॉरिटी की खाली जमीन पर कुछ लोगों ने बिना अनुमति के भागवत कथा के लिए टेंट लगा दिया। यहां म्यूजिक सिस्टम और माइक लगा दिए गए।

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी सीईओ ने कहा है कि बिना अनुमति के अथॉरिटी की प्रॉपर्टी पर किसी तरह का आयोजन नहीं करने दिया जाएगा। आयोजन बिना अनुमति हो रहा था, लिहाजा उन्होंने इसे रुकवा दिया है।"

अथॉरिटी की टीम ने बुधवार सुबह टेंट को हटा दिया। आयोजन समिति में शामिल महिलाओं से अथॉरिटी टीम की खूब कहासुनी हुई। बीजेपी का झंडा लगी कार मौके पर खड़ी रही और पार्टी और सरकार के नाम पर अधिकारियों को दबाव में लेने का प्रयास किया गया। देर शाम तक अथॉरिटी का दस्ता मौके पर जमा रहा। हालांकि यहां स्थापित प्रतिमाओं को नहीं हटाया जा सका।

कथा की आयोजक रिंकी बंसल ने कहा कि भगवान की कथा में अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। कुछ लोग इसकी गलत शिकायत करके माहौल खराब कर रहे हैं। इसके विपरीत आरडब्ल्यूए की अध्यक्ष के पति देवराज नागर का कहना है कि इन लोगों ने इसी तरह कई सेक्टरों में कब्जे करके मंदिरों को अपनी व्यक्तिगत प्रॉपर्टी बना लिया है। इससे ये लोग अपनी पीढ़ियों के लिए आमदनी का जरिया बनाते हैं। ये लोग सेक्टर की मंदिर समिति के सदस्य बन कर मंदिर निर्माण में भागीदार बन सकते हैं।

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