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एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुया नोएडा का प्लास्टिक चरखा
धीरेन्द्र अवाना
नोएडा। नोएडा में एक्सप्रेस वे के किनारे लगाया गया चरखा एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल हो गया है। मंगलवार को प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी को रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र और मेडल सौंपा गया।
यह चरखा सिंगल यूज प्लास्टिक से बनाया गया है। जो दुनिया में इस तरह का सबसे बड़ा चरखा है। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने इस चरखे का उद्घाटन किया था। यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जन्मदिवस को यादगार बनाने के लिए किया गया है।
नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टर-94 में प्लास्टिक वेस्ट से बनाया गया यह चरखा लगाया है। एक अक्टूबर को केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, सांसद डॉक्टर महेश शर्मा और विधायक पंकज सिंह इसका उद्घाटन किया था। 2 अक्टूबर से शहर को प्लास्टिक फ्री करने का अभियान चल रहा है। सेक्टर-94 में नोएडा अथॉरिटी ने 1250 किलो वेस्ट प्लास्टिक को पिघलाकर ये चरखा बनाया है। 1650 किलो के इस चरखे में बाकी लकड़ी जैसी अन्य चीजें लगी हैं।
यह कमांड कंट्रोल रूम से करीब 100 मीटर की दूरी पर चौराहे पर लगा हुआ है। यह अब तक का सबसे बड़ा प्लास्टिक वेस्ट से बना चरखा है। अथॉरिटी ने गिनीज बुक में इसका नाम दर्ज कराने के लिए प्रस्ताव भेजा है। इससे पहले मंगलवार को इसका नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है।