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नोएडा के डीएलएफ मॉल में मिले सात लाख रूपये के प्रतिबंधित नोट
धीरेन्द्र अवाना
नोएडा। नोएडा के सैक्टर-18 स्थित डीएलएफ मॉल में करीब चार दिन पहले कूड़ेदान में सात लाख के प्रतिबंधित नोट मिले। मौके पर पहुच कर पुलिस ने रकम को सीज करके थाने में जमा करा दिये थे।साथ ही रिजर्व बैंक को भी प्रतिबंधित पुरानी करंसी मिलने की सूचना दे दी थी।
मामला ये है कि थाना सैक्टर-20 के एसएचओं ने बताया कि 26 सितंबर को डीएलएफ मॉल के एलजी फ्लोर में महिला टायलेट के कूडेदान में सात लाख रुपये के प्रतिबंधित नोट मिले। जानकारी के बाद डीएलएफ के चौकी इंचार्ज राघवेंद्र सिंह ने मौके पर पहुच कर प्रतिबंधित नोटों की 14 गड्डिया जिनमें एक हजार रूपये के 15 और 500 रूपये के 1370 पुराने नोटों को जब्त कर लिया।
पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज निकलवाया तो उसमें पूरे दिन में कई महिलाए आती जाती दिखी लेकिन किस महिला ने रूपये रखे ये अभी पता नही चल रहा है। अभी फिलहाल मामले की जाँच चल रही है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या मॉल की सुरक्षा व्वस्तथा कमजोर है या यू कहे कि पर्याप्त नही है।ये मॉल की सुरक्षा व्वस्तथा पर एक बड़ा सवाल है। आखिर मॉल की सुरक्षा इतनी लचर है कि कोइ भी व्यक्ति इस मॉल में कुछ भी ले जा सकता है।
क्या उसे किसी भी गेट पर सुरक्षा चैकिंग के लिए नही रोका जाता। अगर ऐसा नही है तो प्रतिबंधित नोट इतनी संख्या में अंदर कैसे गये।अगर ऐसा है तो साफ है कि मॉल के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही सब संभव हो पाया है। जब विभन्न मीडिया कर्मी घटना स्थल की फोटो लेने गये तो उन्हे पहले गुमराह किया गया बाद में उन्हे फोटो लेने से मना किया गया।अब सवाल ये उठता है क्या सचमुच में ही माँल में कुछ गड़बड़ है जिसको छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। मॉल गार्डों की दंबगई यही खत्म नही होती।उन्होने मॉल के बाहर सड़क पर खड़ी अपर जिला जज की गाड़ी पर तैनात सिपाही व उनके डाईवर के साथ अभद्र व्ववहार किया व धक्का मुक्की की। इस तरह का व्ववहार अगर एक उच्च अधिकारी के साथ होता है तो आम आदमी के साथ कैसा होगा।