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एसटीएफ और नोएडा पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़, अपराध करके मुस्लिम से हिंदू बन कर दे रहा था घटनाओ को अंजाम

Special Coverage News
21 Nov 2019 2:48 AM GMT
एसटीएफ और नोएडा पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़, अपराध करके मुस्लिम से हिंदू बन कर दे रहा था घटनाओ को अंजाम
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गौतमबुद्धनगर में एसटीएफ टीम व थाना सेक्टर 24 पुलिस की बदमाशों से देर रात मुठभेड़ हो गई. बदमाशों ने एसटीएफ व पुलिस टीम पर फायरिंग की. जिसके बाद एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश गोली लगने से घायल हुआ.


धीरेन्द्र अवाना

नोएडा। अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस निरंतर नये नये अभियान चलाकर अपराधियों के मंसुबों पर पानी फेर रही है। नोएडा में एक बार फिर पुलिस की गोली की आवाज सुनने को मिली जब जिले के तेज तर्रार व ईमानदार एसएसपी वैभव कृष्ण के कुशल नेतृव्य में नोएडा की थाना-24 पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त कार्यवाही में मुठभेड़ के उपरांत हत्या के मामले में वाछिंत 50,000 रूपये के इनामी बदमाश को पकडा।

इसको देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि अगर पुलिस को अच्छा नेतृव्य मिले तो पुलिस बहुत कुछ नया कर सकती है।आरोपी की पहचान मेहर गनी उर्फ मेहरबान सिंह निवासी छोटी जूलाहटी हमीरपुर के रूप में हुयी।गिरफ्तार बदमाश के कब्जे से एक अवैध पिस्टल,एक मोटर साइकिल व एक बेग बरामद हुआ।आपको बता दे कि देर रात एसटीएफ की नोएडा युनिट को सूचना मिली थी कि एक 50,000 रूपये का इनामी बदमाश थाना-24 में क्षेत्र घूम रहा है व किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है।

सूचना मिलते ही एसटीएफ ने थाना पुलिस को इस सम्बंध में बताया।एसटीएफ थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुचे तो पुलिस को देखकर बदमाश शहीद चमन पेट्रोल पम्प के पास के जंगल में भाग गया पुलिस ने मुस्तेदी दिखाते हुये बदमाश को चारों तरफ से घेर लिया। अपने को घिरता देख बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग की। पुलिस द्वारा की गयी जवाबी फायरिंग में बदमाश के पैर में गोली लग गयी। जिसको इलाज हेतु जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।बदमाश के आपराधिक इतिहास की बात की जाये तो आरोपी ने 2005 में 5 साल के बच्चे का अपहरण किया था लेकिन फिरौती ना मिलने पर की उस बच्चे की हत्या।

कोर्ट ने हत्या के मामले में सजा सुनाते हुये आजीवन कारावास की सज़ा दी। सजा सुनाने के बाद बदमाश पुलिस कस्टडी से हो गया था फरार। किसी को शक ना हो इसलिए महजब बदलकर हिन्दू नाम से बदमाश रह रहा था। इसके बाद इलाहाबाद के कर्नलगंज थाने में सिपाही को गोली मारकर सरकारी हथियार को लूट लिया था। सजा मिलने के बाद एक बार फिर वह 2008 में पुलिस कस्टडी से हुआ था फरार। नित नई सफलता मिलने पर जिले के कप्तान अपने वरिष्ठ अधिकारियों से चहेते बने हुये है।

घायल बदमाश की पहचान मेहर गनी उर्फ मेहरबान सिंह उर्फ बंटी पुत्र पीर बख्श निवासी छोटी जूलाहटी थाना राठ जनपद हमीरपुर के रूप हुई है। मेहरगनी वर्ष 2008 में पुलिस अभिरक्षा से हुआ फरार था. जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रयागराज परीक्षेत्र द्वारा ₹50000 का पुरस्कार घोषित किया गया था।

वर्ष 2005 में थाना मुट्ठीगंज इलाहाबाद की पुलिस अभिरक्षा से भी भागने का प्रयास कर चुका है.थाना मुट्ठीगंज के पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला किया था। मैहरगनी द्वारा वर्ष 2005 में एक बच्चे की निर्मम हत्या थी। माननीय न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास से भी दोष सिद्ध किया जा चुका है।

वर्ष 2005 में थाना मुट्ठीगंज पुलिस की अभिरक्षा के दौरान आरक्षी सुरेंद्र सिंह की राइफल छीनकर मैहरगनी ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की थी। हमले में आरक्षी हुआ था घायल थानाध्यक्ष की जवाबी फायरिंग में मेहर गनी भी घायल हुआ था. मेहरगनी ने अबोध बालक की दुष्कर्म के बाद हत्या की थी।

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