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इविवि में 200 पॉइंट रोस्टर के आधार पर होगी शिक्षक नियुक्ति, 15 अप्रैल से मांगे जाएंगे आवेदन
शशांक मिश्रा
लगातार शिक्षकों की कमी से जूझ रहे इविवि के लिए एक अच्छी खबर आई है. आज इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की बैठक में गहन चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 200 पॉइंट रोस्टर के आधार पर ही शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। वर्तमान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 500 से ज्यादा पद खाली हैं। पिछले कई महीनों से देश भर के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई थी। सुप्रीम कोर्ट, यूजीसी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय में 13 पॉइंट रोस्टर और 200 पॉइंट रोस्टर को लेकर विवाद बना हुआ था। मार्च 2019 में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा 200 पॉइंट रोस्टर को स्वीकृति दी गई जिसके लिए अध्यादेश लाया गया था।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों तकरीबन 500 से ज्यादा पद खाली है। शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया में हाल ही में आर्थिक रुप से पिछडे वर्गों के आरक्षण का भी ध्यान रखा जाएगा । कौंसिल में यह निर्णय भी लिया गया कि साक्षात्कार में एक पद के लिए 10 उमीदवारों को बुलाया जाएगा । तथा जुलाई 2018 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर ,एसोसिएट प्रोफ़ेसर और प्रोफेसर की स्क्रीनिंग के लिए जो प्रणाली स्वीकार की गयी है विश्वविद्यालय उसी प्रणाली के आधार पर उम्मीदवारों का स्क्रीनिंग करेगा। विश्वविद्यालय द्वारा 15 अप्रैल 2019 को विश्वविद्यालय शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे आवेदन की अंतिम तिथि 15 मई 2019 होगी।
एकेडमिक काउंसिल में कैश द्वारा प्रमोशन पाने वाले शिक्षकों के लिफाफे भी खोले गए। जिनमें डॉक्टर अनुपम पांडे को प्रोफेसर तथा डॉक्टर अशवजित चौधरी और अभिनव गुप्ता को एसोसिएट प्रोफेसर बनाने की संस्तुति प्रधान की गई।इविवि जनसंपर्क अधिकारी डॉ. चित्तरंजन कुमार ने बताया कि" शिक्षक नियुक्ति की पूरी प्रक्रिया जल्द ही आरंभ होगी। इस प्रक्रिया के दौरान मानव संसाधन विकास मंत्रालय और यूजीसी के सारे नियमों का पालन किया जाएगा। विश्वविद्यालय आरक्षण के सारे नियमों का भी पालन करेगा।"