प्रयागराज

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वीसी रात मे भेजते है अपने आदमियों को गल्स हॉस्टल मे - ऋचा सिंह

Special Coverage News
17 Dec 2019 10:00 AM GMT
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वीसी रात मे भेजते है अपने आदमियों को गल्स हॉस्टल मे - ऋचा सिंह
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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी मे इस वक्त काफ़ी माहौल गर्म है नया विवाद कुलपति को लेकर है जहाँ ये कहा गया है इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वीसी अपने आदमियों के द्वारा छात्रावास मे लड़कियों के साथ अश्लील हरकते करवाते है और यहाँ तक की रात मे इनके आदमी लड़कियों के कमरे मे जाते है जब इसकी शिकायत की जाती है तो कोई भी कार्रवाई नहीं होती है वही पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और तमाम मांगो को लेकर गल्स हॉस्टल के धरने पर बैठ गयी है l

रिचा सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के भूपेश डिपार्टमेंट के गेट पर चार दिन से धरना एवं अनशन जारी है lइलाहाबाद विश्वविद्यालय में 8 सूत्रीय मांगों के साथ पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रिचा सिंह ने अनशन शुरू किया है l इलाहाबाद विश्वविद्यालय में महिला छात्रावास में छात्राओं की सुरक्षा से खिलवाड़ हो रहा है महिला आयोग ने इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन से जवाब माँगा है l वही पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन विनोद चन्द्र दुबे, कृष्ण मूर्ति सर, ऋचा सिह , प्रियंका सिहं आदि उपस्थित रहें.

क्रमिक अनशन बैठे थे और आज चौथा दिन है ..छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करो..!!कुलपति को बर्खास्त करें...

छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करो ऐसी तमाम मांगो को लेकर ऋचा सिंह धरने पर बैठी हुई है l

वही ऋचा सिंह ने धरने के दौरान कई संगीन आरोप इलाहाबाद कुलपति रतन लाल हांगलू के ऊपर लगाए है जिसमे सबसे अहम आरोप ये है की वीसी छात्राओं के कमरे मे रात मे अपने आदमी भेजते है और कई काम करने वाले ठेकेदार वहां काम करने के दौरान छात्राओं से छेड़छाड़ करते है ये काम कई दिनों से चल रहा है जब इसकी शिकायत करने ऋचा सिंह चीफ प्रॉक्टर के पास गयी तो उनकी बात सुनी नहीं गयी और उन्हें मजबूरन धरने का रास्ता अपनाना पड़ा क्योंकि वीसी ना तो ऋचा सिंह से मिल रहें है और ना ही मीडिया के सामने आ रहें है

पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने आरोप लगया है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के महिला हॉस्टल परिसर में कई वर्षों से निर्माण कार्य चल रहा है लेकिन इस बीच निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार के लोग शाम छह बजे के बाद भी हॉस्टल में आते-जाते हैं और अश्लील हरकत भी करते हैं। उन्होंने यूजीसी चैयरमैन से व्यक्तिगत रूप से मिलकर पूरे मामले से अवगत कराते हुए हॉस्टल में छात्राओं की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया।

ऋचा ने यूजीसी चेयरमैन से शिकायत की है कि ठेकेदार के लोग पूरी रात बेरोकटोक हॉस्टल परिसर में आते-जाते रहते हैं। उन्हें कोई परिचय पत्र भी जारी नहीं किया गया है। कई बार उन्हें अश्लील हरकतें करते हुए देखा गया। यूजीसी की गाइड लाइन है कि महिला हॉस्टल परिसर में शाम छह बजे के बाद निर्माण कार्य नहीं होगा लेकिन विश्वविद्यालय में इस गाइडलाइन की अनदेखी की जा रही है। छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं जिससे किसी भी दिन बड़ी घटना हो सकती है।

ऋचा सिंह ने चेयरमैन से मांग की है कि निर्माण कार्य में लगी फर्म को छात्रावास परिसर में प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ओर से फर्म को ब्लैक लिस्टेड किया जाए। यह जांच कराई जाए कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस संज्ञान में क्यों नहीं लिया की ठेकेदार के लोग और उसके दोस्त बिना वैध पास के कैसे प्रवेश कर रहे हैं| महिला छात्रावास में कार्य करने संबंधी गाइडलाइन तैयार की जाए।

वहीं, इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऋचा सिंह पर महिला छात्रावास में तय समयावधि से ज्यादा रहने का आरोप लगाकर उन्हें छात्रावास खाली करने का नोटिस थमाया है| बता दे कि इसी संदर्भ मे ऋचा सिंह को छात्रावास खाली करने के लिए चार बार नोटिस दिया जा चुका है|

ऋचा सिंह के अनुसार 'यूजीसी के चेयरमैन और महिला आयोग से मुलाकात कर विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास में छात्राओं की सुरक्षा से हो रहे खिलवाड़ के संबंध मे शिकायत के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन शिकायत का जवाब देने का स्थान पर विश्वविद्यालय मुझे बैक डेट में नोटिस दे रहा है।'

पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह की शिकायत पर प्रयागराज पहुंचीं राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने अब इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रतन लाल हांगलू पर लगाए गए यौन उत्पीडऩ की जांच करेगी। टीम ने कुलपति को प्रकरण में अपना पक्ष रखने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी है। यह जानकारी राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली की सदस्य डॉ. राजुल बेन एल देसाई ने पिछले बुधवार को सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता में दी।

गौरतलब है कि इविवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने दो दिसंबर को नई दिल्ली में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सचिव और राष्ट्रीय महिला आयोग के चेयरपर्सन से मिलकर आरोप लगाया था कि इविवि के महिला हॉस्टल परिसर में कई वर्षों से निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार के लोग शाम छह बजे के बाद भी हॉस्टल में आते-जाते हैं और अश्लील हरकत करते हैं। जबकि, यूजीसी की गाइड लाइन है कि महिला हॉस्टल परिसर में शाम छह बजे के बाद निर्माण कार्य नहीं होगा। इविवि में इस गाइड लाइन की अनदेखी की जा रही है।

वहीं, ऋचा की शिकायत पर मंगलवार देर रात अचानक टीम प्रयागराज पहुंची। पांच सदस्यीय टीम ने सर्किट हाउस में करीब ढाई घंटे ऋचा से पूछताछ किया। इसके बाद गल्स हॉस्टल जाकर सभी महिला हॉस्टलों में छात्राओं से पूछताछ की।

पिछले बुधवार को टीम ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि जांच में ऋचा के सभी आरोप सही मिले। बुधवार की सुबह टीम कुलपति से मिलने विश्वविद्यालय पहुंची तो पता चला कुलपति विदेश यात्रा पर हैं। ऐसे में टीम ने रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला से बातचीत की। टीम ने बताया कि रजिस्ट्रार ने सारी खामियों को दूर करने का आश्वासन दिया है| फिलहाल ऋचा सिंह छात्राओं पर हो रहें अत्याचार को लेकर चार दिनों से धरने पर बैठी है और वीसी के खिलाफ धरना खोल दिया है अभी तक यूनिवर्सिटी का कोई भी अधिकारी इन धरने पर बैठे लोगो से बात करने के लिए नहीं आया है और जब इसी मामले पर वीसी से बात करने की कोशिस की गयी तो वीसी रतन लाल हांगलू मिलते ही नहीं और सिर्फ समय ना होने का बहाना बता रहें है, बड़ा सवाल ये है कि जब इतना बड़ा आरोप लगाया जा रहा है तो जवाब ना देने कि वजह क्या समझा जाय क्योंकि मामला छात्राओं से जुड़ी सुरक्षा को लेकर है जिस पर कॉलेज प्रशासन पूरी तरीके से चुप्पी साध रहा है l

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