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Archived
अमित शाह अब सोनिया के किले को ध्वस्त करने का उठाएंगे वीणा, देंगे पहली मीटिंग में बड़ा झटका
शिव कुमार मिश्र
20 April 2018 7:13 AM GMT
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंच रहे हैं. अपने एक दिवसीय दौरे पर अमित शाह जहां कांग्रेस के मजबूत किले में सेंधमारी करते हुए कांग्रेस एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे, वहीं वे कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सियासी संदेश भी देंगे. अमित शाह यहां रैली कर कांग्रेस को ललकारेंगे. दरअसल, सोनिया और राहुल के दौरे के ठीक बाद अमित शाह की रैली के पीछे एक बड़ा राजनीतिक संदेश छिपा है.
अमित शाह कांग्रेस के इस प्रमुख गढ़ रायबरेली में रैली करके और वहां के प्रमुख कांग्रेसी परिवार के लोगों को बीजेपी में शामिल कराकर चुनावी राज्य कर्नाटक तक को राजनीतिक सन्देश दे देना चाहते हैं. शाह बताना चाहते हैं कि जब कांग्रेस के दो बड़े चेहरे सोनिया और राहुल के क्षेत्र में आम लोगों में ही नहीं खुद प्रमुख कांग्रेसी नेताओं में मौजूदा नेतृत्व को लेकर हताशा है तो उस पार्टी के नेता कर्नाटक या अन्य राज्यों में क्या भला करेंगे.
दरअसल, अमित शाह की इस रैली का जिम्मा कभी जिले में कांग्रेस का ठिकाना रहे एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के घर 'पंचवटी' के हाथ में हैं. एमएलसी सपरिवार बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. लिहाजा, पूरा परिवार रैली की तैयारियों में जुटा है. एमएलसी दिनेश सिंह शाह की रैली के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन करना चाहते हैं.
गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस और प्रियंका गांधी पर जमकर हमला किया. उन्होंने प्रियंका पर एमएलए के टिकट के लिए इस्तीफा लिखवाने का आरोप लगाया. दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि भाई राकेश के लिए हरचंदपुर से एमएलए का टिकट मांगने गया था तो प्रियंका गांधी ने उनसे एमएलसी पद का इस्तीफा लिखवा लिया था. बड़े भाई पर जिस व्यक्ति ने रेप का फर्जी आरोप लगाकर केस दर्ज करवाया उसे उन्हीं के गांव का ग्राम अध्यक्ष बना दिया. उन्होंने कहा लोभ, मोह, लालच नहीं, बल्कि स्वाभिमान के लिए कांग्रेस छोड़ रहा हूं. एमएलसी ने कहा रायबरेली में कांग्रेस नहीं है. प्राइवेट सेक्टर कंपनी गांधी परिवार के लिए काम कर रही है.
बता दें कि एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह का बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस को एक बड़ा झटका तो माना ही जायेगा साथ ही बीजेपी की एक बड़ी उपलब्धि होगी. अमित शाह ने यह गोटी लोकसभा चुनाव 2019 के लिए चली है.
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