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शाकिब ने व्हॉट्सऐप पर डाली पीएम मोदी की फोटो, भेजा जेल
शिव कुमार मिश्र
26 Nov 2017 8:23 AM GMT
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यूपी के सहारनपुर 19 साल का शाकिब 6 दिन तक भूखा रहा था। शाकिब अपने घरवालों से स्मार्टफोन दिलाने की जिद कर रहा था। अब वह हरियाणा की हिसार जेल में है। जेल और उसके घर के बीच की दूरी 270 किलोमीटर की है। शाकिब यूपी के सहारनपुर जिले के खेरा मेवात का रहने वाला है।
शाकिब पर पीएम मोदी की व्हॉट्सऐप पर फोटो शेयर करने का आरोप है। दरअसल फोटो के साथ कुछ छेड़छाड़ करने के बाद उसे शेयर किया गया था। इसकी शिकायत हरियाणा के फतेहाबाद जिले के बीजेपी कार्यकर्ता मुकेश कुमार ने की थी। शिकायत के बाद 18 नवंबर को शाकिब को टोहाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
टोहाना पुलिस की टीम ने शाकिब को उत्तराखंड के शाहपुर-कल्याणपुर गांव से गिरफ्तार किया था। यहां वह टेलर का काम करता था। अब शाकिब को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रखा गया है। शाकिब की 45 साल की मां जूली खान ने कहा कि 'छह दिन तक एक रोटी भी नहीं खाई थी उसने टचफोन खरीदने की जिद में'। शाकिब के गांव खेरा मेवात के 44 साल के महमूद हसन ने बताया कि गांव की आबादी करीब 8,000 की है। ज्यादातर लोग पढ़े लिखे नहीं हैं।
गांव में बहुत ही कम लोगों के पास स्मार्टफोन हैं। इसका कारण है कि ज्यादातर लोगों की कमाई 100 से 200 रुपए रोजाना की है। इतनी कम कमाई में कैसे स्मार्टफोन चला सकते हैं। शाकिब की मां जूली ने बताया कि 4 महीने पहले उसने फोन की मांग की थी, शाकिब के पिता सलीम (47) एक महीने में 6,000 से 8,000 रुपए कमाते हैं। शाकिब 7,500 रुपए के फोन की मांग कर रहा था। शाकिब तीसरी क्लास तक पढ़ा हुआ है और वह अपने पांच भाई-बहनों में चौथे नंबर का है।
जेल में बेटे से मिलने आए शाकिब के पिता ने कहा कि हमने लोन लेकर फोन खरीदा था। वो बच्चा है, उसको क्या पता फोन पर क्या नहीं करना है। शाकिब के पिता ने कहा कि वह जब जेल में उससे मिलने पहुंचे तो वह बहुत रोया। वह सिर्फ एक बच्चा है। मैं घबरा रहा हूं। हरियाणा मेरे लिए नया है। मैं नहीं जानता कि मैं उसे कैसे जमानत पर जेल से बाहर निकालूंगा।
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