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किसान अपनी पाती और पराली को कंपोज कर खाद में तब्दील करें - डीएम शामली
जनपद शामली में पराली व पाती जलाने को लेकर कलेक्ट्रेट शामली में सभागार में सभी पत्रकारों के साथ एक प्रेस वार्ता की. जिसमें जिला अधिकारी शामली ने किसानों से पराली व पत्ती नहीं जलाने का आग्रह किया.
शामली जिले में 45 किसानों पर मुकदमे दर्ज भी हुए हैं और ₹300000 के लगभग जुर्माना भी ठोका है. जिसमें ₹200000 की वसूली भी हो चुकी है. फिर भी हम नहीं चाहते किसानों पर कोई भी वैधानिक कार्यवाही की जाए. इसीलिए आज हमने पाती और पराली के संबंध में मीडिया के सौजन्य से किसानों को इसके बारे में जानकारी दी है और सरकार ने गन्ने के खेत में पाती और पूर्व आदि को नष्ट करने के लिए किसान को 14 लाख रुपए का ट्रैक्टर और बूस्टर दिया है. जिससे किसान इसको किराए पर ले कर पाती को कंपोज कर खाद बनाया जा सके. फिर भी पिछले साल के मुकाबले इस साल पराली जलाने की मात्रा में गन्ने की पाती ज्यादा है. मीटिंग में एडीएम अरविंद कुमार सिंह कृषि अधिकारी और एसपी मौजूद रहे हैं.
वही एडीएम अमित कुमार ने सरकार द्वारा ₹1400000 का बूस्टर और ट्रैक्टर दिया हुआ किसान को कैसे किसान बूस्टर से पति को मिक्सचर बनाकर हाथ बनाने की विधि बताई.
डीएम अखिलेश कुमार का कहना है 29 मशीने शामली जिले को हमने उपलब्ध कराई हैं. जिससे किसान अपनी पाती और पराली को कंपोज कर खाद में तब्दील कर सकें. खोई पाती और पराली जलाने से जो प्रदूषण फैलता है. उससे बचा जा सके हम नहीं चाहते किसानों को वैधानिक मामले प्रशासन द्वारा झेलने पड़े.