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बंगाल में तीसरे चरण में 90 प्रतिशत मतदान केन्द्रों पर अर्ध सैनिक बल की तैनाती होगी - अजय नायक
प्रथ्वीसदास गुप्ता
अभी अभी चुनाव आयोग के स्पेशल ऑब्जर्बर अजय नायक ने प्रेस वार्ता करके बताया कि पहली दफा और दूसरी दफा पश्चिम बंगाल की चुनाव के बाद जो हिंसा छोटे-मोटे घटनाएं घटी जिसके कारण चुनाव आयोग ने 50 कंपनी अर्ध सैनिक बल की मांग की है. दूसरी दफा चुनाव में 194 कंपनी अर्ध सैनिक बल तैनात की गई थी. अजय नायक ने कहा तीसरी दफा चुनाव में उम्मीद है कि 90% मतदान केंद्र में केंद्रीय आधार सेना बल तैनात किया जाएगा. हालांकि 2019 की लोकसभा चुनाव के तीसरी दफे पश्चिम बंगाल में 5 लोकसभा क्षेत्र में चुनाव हैं.
पिछले लोकसभा क्षेत्र में हुए चुनाव में पर्याप्त सेना मिलने पर भी हिंसा को लेकर अब किधर जाएंगे. इधर विरोधियों की मांग थी कि 100% मतदान केंद्र में अर्ध सैनिक बल की तैनाती होनी चाहिए वहीं विरोधियों का कहना है, जहां राज्य की पुलिस फोर्स तैनात है वहां पर राज्य की शासक दल तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने मतदाताओं को मतदान करने में रुक रहे हैं. हिंसा कर रहे हैं और वोट की लूट कर रहे हैं. पहली दफा चुनाव के बाद बंगाल की भाजपा ने राज्य की चुनाव आयोग में जाकर के धरना प्रदर्शन किया. एक घंटा चुनाव अधिकारी को घेराबंदी करके रखें जिसके बाद में चुनाव अधिकारी की सिक्योरिटी को मध्य नजर रखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव आयोग की ऑफिस में ज्यादा सिक्योरिटी के लिए पुलिस बल तैनात की.
चुनाव आयोग के बाद राज्य की जिम्मेदारी भी बनती है. राज्य चुनाव आयोग के ऑफिस के बाहर बीजेपी ने नाराजगी जताई और धरना प्रदर्शन किया. आज कुछ देर पहले चुनाव आयोग की विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक ने यह घोषणा करते हुए कहा छोटे-मोटे कुछ घटना घट रहीं हैं हम लोग नजर रख रहे हैं. सारे घटनाओं की रिपोर्ट हमने मांगे हैं और इसकी पूरी जांच पड़ताल होगी. अब इतना मांग उठने के बाद अभी तक 100% मतदान केंद्र में अर्ध सैनिक बल तैनात करने में नाकामयाब रहे. चुनाव आयोग के कानून और सिद्धांत देखते हुए पश्चिम बंगाल के चुनाव में कितने शांतिपूर्ण मतदान होता है. अगर इसके बाद भी पिछले दो दशक के तरह मतदान के दिन में हिंसा बरकरार रहे तो शायद विरोधियों ने अपनी मांग को पूरी करने के लिए कोई बड़े राजनीतिक कार्यक्रम करेंगे और 50 कंपनी भरने की खबर मिलने के बाद लोगों में संतुष्टि आए.
भाजपा की राज्य इकाई के नेता मुकुल रॉय ने कहा कि हमारी मांग है 100% मतदान केंद्र में केंद्रीय पुलिस बल चाहिए जब तक यह मांग पूरी नहीं हो जाती हमारा दावा और हमारे जो पार्टी की मांगे हैं उससे हम नहीं हटेंगे. क्योंकि राज्य में लोकतंत्र मर चुके हैं और राज्य के पुलिस तृणमूल कांग्रेस की केंद्र की भूमिका उनकी कार्यकर्ता की भूमिका में दिखे जा रहे हैं. इसलिए राज्य पुलिस के ऊपर राज्य के लोगों की कोई भरोसा नहीं है. लोग चाहते हैं की मतदान शांतिपूर्ण हो बंगाल की जो संस्कृति है वह बरकरार रहे.