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बंगाल में हिंसा को देख चौगुना हुआ अर्ध सैनिक बल, क्या रुकेगी चुनावी हिंसा?
प्रथ्वीसदास गुप्ता
2019 की लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में 24 घंटे बाद 29 अप्रैल को चौथे चरण का मतदान होने जा रहा है. पूरे देश में लोकसभा चुनाव के दरमियान राजनीतिक हत्या हुई. पश्चिम बंगाल में यहां पर चौथे चरण में 8 लोकसभा क्षेत्र का चुनाव होने जा रहा है. जिसमें बरहमपुर, कृष्णानगर, राणाघाट, वर्धमान पूरी वर्धमान. दुर्गापुर ,आसनसोल, बोलपुर और दिलभूमि लोकसभा सीटें शामिल है जिसमें मतदान किया जाएगा. 15285 मतदान केंद्र पर जनता वोट डालेगी.
पहले चरण की राजनीतिक हिंसा के कारण चुनाव आयोग ने केंद्रीय अर्ध सेनिक बल की संख्या बढ़ाते चले गए. पहले चरण में केंद्रीय अर्ध सैनिक बल की संख्या 125 कंपनी.दूसरे चरण में 194 कंपनी, तीसरे चरण में 324 कंपनी और चौथे चरण में बढ़कर हुआ 552 कंपनी हो गई है. चुनाव आयोग के अनुसार चौथे चरण में 98% मतदान केंद्र पर केंद्रीय अर्ध सैनिक बल तैनात रहगा. हालांकि तीसरे चरण में मुर्शिदाबाद जिले में एक कांग्रेसी समर्थक की मतदान केंद्र के बाहर हत्या हो गई थी. उसके कारण चुनाव आयोग ने केंद्रीय आधार सेना बल की बढ़ोतरी की.
हालांकि शुरू से ही पश्चिम बंगाल की विरोधी दलों ने 100% मतदान केंद्र पर केंद्रीय आधा सेना बल की मांग कर रहा था. सूत्रों के अनुसार 2014 की लोकसभा चुनाव में केंद्रीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के लिए 300 कंपनी अर्ध सैनिक बल तैनात किया था और 2016 की विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में पहले चरण में 250 कंपनी और चौथी चरण में जाके 680 कंपनी और पांचवी दफे में 700 कंपनी केंद्रीय सेना तैनात की थी. जिसकी तुलना में इस बार अभी तक केंद्रीय अर्ध सेनिक बल दिख रहा है. पूरे देश में चुनाव आयोग ने पश्चिमी बंगाल में सात चरण की चुनाव की घोषणा की थी.
चुनाव आयोग में चुनाव के दरमियान राजनीतिक हिंसा को रोकने के लिए चुनाव आयोग और कितने मजबूती से आगे उभर कर आता है और कितनी सेना और बढ़ाते हैं. वह देखना है. क्योंकि अभी भी पश्चिम बंगाल में पांचवी छठी और सातवीं चरण की मतदान बाकी है. अब देखते हैं. विरोधियों का दावे के अनुसार चुनाव आयोग क्या 100% मतदान केंद्र में केंद्रीय अर्ध सेना बल तैनात करते हैं या नहीं चौथे चरण में 98% मतदान केंद्र में सेना तैनात करने के बाद भी कोई राजनीतिक हिंसा होता है या नहीं होता है कोई राजनीतिक हत्या की घटना घटती है या नहीं. इसके बाद चुनाव आयोग अपनी क्या घोषणा करेंगे. फिलहाल कल 29 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में चौथे चरण का चुनाव होने जा रहा है .