- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
आंखों पर पट्टी बांध कर 10 साल की लड़की ने बिछा दी शतरंज की बिसात, दर्ज हुआ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम
शतरंज प्रेमी तो आपने बहुत देखे होंगे, लेकिन हाल ही में सुर्खियों में बनी इस 10 साल की शतरंज प्रेमी लड़की सा नहीं देखा होगा. शतरंज (chess) के प्रति इस बच्ची की दीवानगी देखकर आप भी दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो जाएंगे. शतरंज हुए इस प्यार की वजह से ही आज यह लड़की हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है. दरअसल, इस लड़की का नाम पुनिथमलार राजशेखर हैं, जो कि मलेशिया ( Malaysia) की रहने वाली है, जिन्होंने हाल ही में अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर केवल 45.72 सेकंड में ही काफी सटीकता से शतरंज (quickest blindfolded chess set arrangement) की बिसात बिछा दी. इसी टैलेंट की वजह से पुनिथमलार राजशेखर (Punithamalar Rajashekar) का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है.
बताया जा रहा है कि, पुनिथमलार के स्कूल परिसर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने टैलेंट के बल पर पल भर में ही शतरंज की बिसात बिछा दी. इस दौरान पुनिथमलार के माता-पिता और शिक्षकों के साथ-साथ स्कूल प्रबंधन शतरंज क्रॉस बोर्ड की रिकॉर्ड-सेटिंग के गवाह बने.
पुनिथमलार राजशेखर ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के साथ बातचीत के दौरान बताया कि, 'मेरे पिता मेरे कोच हैं और हम लोग लगभग हर दिन एक साथ खेलते हैं.' 10 वर्षीय पुनिथमलार राजशेखर ने खुलासा किया कि, एक असाधारण उपलब्धियों पर प्रकाश डालने वाली डॉक्यूमेंट्री को देखकर उन्हें विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास करने का विचार आया.
रिकॉर्ड-तोड़ उपलब्धि पर प्रकाश डालते हुए पुनिथमलार राजशेखर ने बताया कि, शतरंज का उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जिससे वह बेहद प्राउड फील करती हैं. यही नहीं पुनिथमलार राजशेखर ने दूसरे लोगों को भी प्रेरित करने के लिए काम करने की इच्छा व्यक्त की है. उन्होंने आगे बताया कि, 'लोगों को अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल करने के लिए खुद को चुनौती देते देखकर मुझे भी प्रेरणा मिली थी. मैं विशेष रूप से लोगों को व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित करने और खुद को अपनी सीमाओं से परे धकेलने के विचार से काफी प्रभावित हुई थी और मुझे विश्व रिकॉर्ड बनाने के प्रयास में ऐसा करने का तरीका सही लगा.'
पुनिथमलार ने बताया कि, इसके लिए उन्होंने पहले सबसे पहले किड्स गॉट टैलेंट जैसे विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया. वहीं पहचान पाने के लिए जरूरत से अधिक करने की कोशिश की. पुनिथमलार के मुताबिक, उनके पिता ने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया था, जिसके बाद मैंने अपने परिवार के साथ मिलकर रिकॉर्ड तोड़ने के लिए प्रयास करने का फैसला किया. यही नहीं तकनीक और रणनीतियों को समझने के लिए पुनिथमलार ने पिछले रिकॉर्ड धारकों के वीडियो का अध्ययन किया.
जानकारी के लिए बता दें कि, वर्ष 2022-2023 के एशिया के उत्कृष्ट बाल पुरस्कार से पुनिथमलार राजशेखर को नवाजा गया है. बता दें कि, इसके अलावा पुनिथमलार मलेशियाज़ किड्स गॉट टैलेंट जैसे शो में अपने टैंलेट का प्रदर्शन कर चुकी हैं. पुनिथमलार राजशेखर भविष्य में अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनना चाहती हैं.