अजब गजब

उदयपुर में दीमक खा गई लाखों रुपए के नोट, बैंक का लॉकर खोला तो उड़ गए होश

Anshika
13 Feb 2023 1:46 PM GMT
उदयपुर में दीमक खा गई लाखों रुपए के नोट, बैंक का लॉकर खोला तो उड़ गए होश
x
उदयपुर में पंजाब नेशनल बैंक में लॉकर में रखे करीब 2.15 लाख रुपए चट कर गए दिमाग।

उदयपुर के कालाजी गोराजी में स्थित पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच के लॉकर में रखें लाखों रुपए को दीमक खा गई। बता दे कि दीमक ने लॉकर में पड़े करीब 2.15 लाख रुपए चट कर दिए। इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब लॉकर का मालिक रुपए लेने के लिए बैंक पहुंचा। जिसके बाद उसने रुपए निकालने के लिए जब लॉकर खोला तो उसके होश ही उड़ गए।


बता दें कि हिरणमगरी क्षेत्र के रहने वाले महेश सिंघवी ने बताया कि उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक की इस ब्रांच में उन्होंने पत्नी सुनीता मेहता के नाम से लॉकर लिया है। साथ ही लॉकर में 2.15 लाख रुपए के नोट रखे थे। उन्होने पिछले साल मई में लॉकर खुलवाया था और तब उसमें रखा हुआ सारा कैश सुरक्षित था। जिसके बाद जरूरत पड़ने पर जब उन्होने को लॉकर खुलवाया तो नोटों की गड्‌डीयां पाउडर बन चुकी थी और पुरे लॉकर में दीमक लगी हुई थी।


यहीं, नहीं दमीक का असर लॉकर के बाहर भी साफ साफ दिखाई दे रहा था। लेकिन बैंक के जिम्मेदार कर्मचारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिससे उनके सारे रुपए दीमक चट कर गई। दरअसल सुनीता अपने भाई के साथ लॉकर से रुपए निकाले गईं थी। जिसके बाद जब उसने लॉकर देखा तो बाहर दीमक लगी हुई थी। फिर खोलकर नोटों के बंडल को देखा तो वह फंसा हुआ था। जिसके बाद बैंककर्मी ने स्क्रू ड्राइवर की मदद से बंडल को निकाला।





बता दे कि 15 हजार रुपए का बंडल पूरी तरह से खराब था, इसके अलावा एक थैली में 500-500 के नोट के बंडल थे। ऊपर से देखा तो ठीक लगे. इसके बाद बैंक मैनेजर को 15 हजार रुपए खराब होने को शिकायत की और 3 घंटे के बाद 15 हजार रुपए बदल दिए। घर जाने के बाद बाकी 2 लाख रुपए चैक किए तो वो भी दीमक खा चुकी थी। इस पर वे फिर से बैंक पहुंचे और कर्मचारियों की लापरवाही पर हंगाम करने लगें।

जिसके चलते इस दौरान अन्य लॉकर धारक भी पहुंच गए। हंगामा बढता देख बैंक मेनेजर ने समजाइश कर मामले का शांत किया। लोग लापरवाह कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही करने और नुकसान के भरपाई की मांग करने लगे। हालाकि बैंक मेनेजर के समझाने पर मामला शांत हुआ। वहीं, ब्रांच मेनेजर ने इस मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी है।

Next Story