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इस तस्वीर के छ: साल बाद दूसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया था
गार्गी चतुर्वेदी
फोटोग्राफर हेनरिक हॉफमैन द्वारा ली गई यह तस्वीर है एडोल्फ हिटलर और उसकी दोस्त बर्नहार्डिन निएनाउ (Bernhardine Nienau ) कि । साल 1933 , एक छोटी सी बच्ची अपनी मां के साथ हिटलर के निवास पर पहुंचती है जहां हिटलर बच्चो के साथ तस्वीर निकलवाते है , चुनाव प्रचार और पब्लिक इमेज के लिए। हिटलर को पता चलता है कि वो बच्ची जिसे प्यार से Rosa बुलाया जाता है और वो एक ही तारीख पर अपना जन्मदिन बनाते है ,20 अप्रैल। हिटलर रोसा और उसकी मां कैरोलिन ( जो एक विधवा थी और उनके पति एक डॉक्टर थे ) को अपने घर के अंदर आमंत्रित करते है । वही यह तस्वीर दर्ज कि जाती है।
थोड़े समय बाद हिटलर को पता चला कि उनकी दोस्त रोसा एक यहूदी है पर ,इससे उनकी दोस्ती को कोई फर्क नहीं पड़ा। 1935 से 1938 के बीच रोसा ने हिटलर और उनके करीबी Wilhelm Brückner को काफी खत लिखे । पर एक दिन हिटलर के निजी सचिव Martin Ludwig Bormann ने रोसा को खत लिखकर कहा की वो हिटलर को कोई खत ना लिखे। इस फैसले से हिटलर खुश नही थे। उनके फोटोग्राफर हेनरिक हॉफमैन ने अपनी किताब ; ' Hitler was my friend ' में लिखा था कि हिटलर ने उनसे कहां था कि उनके करीबी लोग ही उनकी खुशी के दुश्मन है।
इस तस्वीर के छ: साल बाद दूसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया। रोसा कि मृत्यु साल 1943 मे मात्र 17 वर्ष कि आयु में पोलियो से हो गई।
यह तस्वीर वर्ष 2018 में अमेरिकी राज्य ,मैरीलैंड के चेसापीक सिटी स्थित अलेक्जेंडर हिस्टोरिकल ऑक्शन में लगभग 8.3 लाख रूपए में खरीदी गई। नीलामी से पहले किसी ने भी इस तस्वीर को नही देखा था ...
ज़ाहिर है 60 लाख यहूदी कि मौत के जिम्मेदार एडोल्फ हिटलर कि यह तस्वीर उसके कृत और नफ़रत से काफी अलग है।