बड़ी खबर: BJP मंत्रियों ने TDP सरकार से दिया इस्तीफा, केंद्र में भी टूट सकता है गठबंधन
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर एनडीए में घमासान बढ़ता जा रहा है। आज राज्य सरकार में बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने अमरावती स्थित मुख्यमंत्री दफ्तर में जाकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
आंध्र प्रदेश : आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर एनडीए में घमासान बढ़ता जा रहा है। आज राज्य सरकार में बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बीजेपी कोटे के दो मंत्री ने अमरावती स्थित मुख्यमंत्री दफ्तर में जाकर अपना इस्तीफा सौंपा।
बताया जा रहा है केंद्र सरकार से नाराज तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के कोटे से मोदी कैबिनेट में शामिल दोनों मंत्री भी गुरुवार की सुबह इस्तीफा दे सकते हैं। वहीं अब केंद्र सरकार और टीडीपी के बीच बढ़ते खटास को कम करने के लिए बीजेपी महासचिव राम माधव ने मोर्चा संभाल लिया है। वह बीजेपी की ओर पूरे विवाद को सुलझाने की कोशिश में जुट गए हैं।
#AndhraPradesh : BJP Ministers in Andhra Pradesh cabinet submitted their resignation in the CM office in Amaravati. pic.twitter.com/0P33Y4S5Uu
— ANI (@ANI) March 8, 2018
तेलुगू देशम पार्टी (TDP) का एनडीए से अलग होना न सिर्फ मोदी सरकार के लिए पूर्वोत्तर में मिली जीत के रंग में भंग का काम कर रही है, बल्कि लोकसभा 2019 में होने जा रहे चुनाव में भी एनडीए को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
दरअसल, आंध्रप्रदेश से लोकसभा की 25 सीटें हैं। ये करीब उतनी ही सीटें हैं, जितनी की पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में निचले सदन की कुल सीटे हैं। हालांकि TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए के साथ अपने पार्टी के भविष्य पर फैसला फिलहाल नहीं लिया है।
सूत्रों की मानें तो आज मोदी कैबिनेट में शामिल केंद्रीय मंत्री अशोक गणपति राजू और वाई एस चौधरी लोकसभा और राज्यसभा में बयान दे सकते हैं। जिसके बाद वह अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इसके बावजूद टीडीपी सांसद अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
बताया जा रहा है TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू इस मसले पर गुरुवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे। पीएम से बात होने के बाद ही नायडू अपने मंत्रियों को फाइनल आदेश देंगे। यानी प्रधानमंत्री से नायडू की बात होने के बाद ही दोनों मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं।
इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उनके राज्य के साथ अन्याय हुआ है। केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा नहीं निभाया है। जिसके चलते हमने केंद्र सरकार से अलग होने का फैसला किया है। उन्होंने ये भी कहा कि वो सत्ता के भूखे नहीं हैं।
चंद्रबाबू नायडू ने साफ किया कि अभी उन्होंने मांग पूरी न होने पर पहले कदम के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल से अलग होने का फैसला किया है। इसके बाद अगला कदम एनडीए में रहने पर उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब इस बात पर निर्णय लिया जाएगा कि एनडीए में रहना है या नहीं। उन्होंने ये भी कहा कि इस फैसले की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देनी चाही, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
आपको बता दें आज बीजेपी विधायक अकुला सत्यनारायण ने कहा कि कामिनेनी श्रीनिवास और पायदिकोंडला मणिक्याला राव गुरुवार को इस्तीफा देंगे। ये दोनों विधायक राज्य सरकार में मंत्री हैं। इधर कांग्रेस ने 13 मार्च को सोनिया गांधी की ओर से बुलाई गई विपक्ष की बैठक के लिए टीडीपी को भी न्यौता भेजा है।