मुज़फ्फरनगर हादसा: परिवार का कर्ज उतारने को हरियाणा में कर रहे थे मजदूरी, घर लौटी लाश
. जब उनके पास कोई चारा नहीं बचा, तो परिवार के सभी 6 सदस्य और गोपालगंज के ही अन्य 2 लोग पैदल ही हरियाणा से घर के लिए चल दिए.
गोपालगंज. पूरे देश में कोरोना (COVID-19) को लेकर लॉकडाउन (Lockdown) के बावजूद बिहार के बाहर दूसरे राज्यों में रहने वाले प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है. वापसी के दौरान गुरुवार को यूपी (UP) के मुजफ्फरनगर में बिहार के 6 मजदूरों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई. हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए. इस दुर्घटना में मरने वालों और घायलों में 8 लोग गोपालगंज (Gopalganj) के रहने वाले हैं, जिसमें पिता और बेटे भी शामिल हैं. वो सभी अपने घर का कर्ज उतारने के लिए 5 महीने पहले ही हरियाणा की प्लाई कम्पनी में काम करने गए थे. लेकिन लॉकडाउन की वजह से आज तड़के हरियाणा से पैदल लौटते वक्त सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए.
दो बेटों के साथ पांच महीने पहले ही गए थे हरियाणा
40 वर्षीय हरेश सहनी श्रीपुर ओपी के दुलारपुर नौका टोला के रहने वाले थे. हरेश अपने दो बेटे और 3 अन्य रिश्तेदारों के साथ हरियाणा की प्लाई फैक्ट्री में 5 माह पूर्व ही काम करने गए थे. घर में कर्ज ज्यादा हो गया था और वे अपने गांव के रहने वाले एक व्यक्ति से कुछ पैसे लेकर हरियाणा में मजदूरी करने गए थे. मृतक हरेश सहनी की पत्नी सीमा देवी के मुताबिक वहां लॉकडाउन के बाद से ही काम बंद हो गया था. वो खाने को मोहताज हो गए थे. जब उनके पास कोई चारा नहीं बचा, तो परिवार के सभी 6 सदस्य और गोपालगंज के ही अन्य 2 लोग पैदल ही हरियाणा से घर के लिए चल दिए.
एक ही परिवार के चार की हालत नाजुक
हरेश और उनके बेटे- 22 वर्षीय विकास सहनी और 18 वर्षीय आकाश सहनी भी पिता के साथ पैदल ही आ रहे थे. सभी लोग देर रात मुज़फ्फरनगर पहुंचे, जहां आज तड़के रोडवेज बस की चपेट में आ गए. इस भीषण हादसे में जिन 6 लोगों की मौत हो गई, उनमें हरेश सहनी और उनके बेटे विकास सहनी शामिल हैं. वहीं, दूसरा बेटा आकाश, पड़ोसी 45 वर्षीय पहवारी सहनी उनके 15 वर्षीय बेटे प्रमोद सहनी और विपिन सहनी गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
ससुर-दामाद की भी मौत
मृतक हरेश सहनी की मां खेदनी कुंवर के मुताबिक उनके दो नाती और एक बेटा भी हरियाणा गए थे, जो आज हादसे के शिकार हो गए. परिवार के लोगों को चिंता है कि अब उनके घर का कर्ज कैसे चुकता होगा. इस परिवार के दो कमाऊ सदस्यों की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर है. इस भीषण सड़क हादसे में बरौली के खजुरी निवासी हरीश सिंह की भी मौत हो गई है, उनके दामाद बासदेव पटेल भी इसी हादसे के शिकार हुए हैं. बासदेव पटेल मांझागढ़ के शेखटोली के रहने वाले थे. घटना की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया. एक ही परिवार के ससुर और दामाद की मौत ने गांव के लोगों को सदमे में डाल दिया है.