काफी गहमागहमी के बीच राजदेव रंजन हत्याकांड: सीबीआई ने विशेष कोर्ट में पेश किया आठवां गवाह

Update: 2019-08-28 03:19 GMT

मुजफ्फरपुर, (संतोष)

मुज़फ़्फ़रपुर में काफी गहमा गहमी के बीच आठवां गवाह को पेश किया गया। सिवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में सीबीआइ ने विशेष कोर्ट (एमपी /एमएलए) के न्यायाधीश राधेश्याम शुक्ला के समक्ष आठवें गवाह दिल्ली के महेंद्र विष्ठ को पेश किया। घटना के समय वे एक निजी मोबाइल कंपनी के नोडल पदाधिकारी थे। गवाही में उन्होंने स्वीकार किया किया सीबीआइ को घटना से संबंधित आधा दर्जन मोबाइल नंबरों की सीडीआर (कॉल डिटेल्ड रिपोर्ट) उपलब्ध कराई थी। इसमें कई मोबाइल नंबर इस कांड से जुड़े आरोपितों के हैं। उन्होंने इससे संबंधित कोर्ट में दाखिल प्रदर्शों की पहचान भी की। अगली गवाही के लिए विशेष कोर्ट ने चार सितंबर की तारीख मुकर्रर की है।

सात गवाहों की हो चुकी है इससे पहले गवाही

विशेष कोर्ट में इससे पहले सात गवाहों की गवाही हो चुकी है। इसमें राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन व उसके भाई कालीचरण शामिल हैं।तिहाड़ जेल में बंद सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन और भागलपुर जेल में बंद अजरूद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां की वीडियो कांफ्रेंसिग से विशेष कोर्ट के समक्ष पेशी कराई गई। वहीं, मुजफ्फरपुर जेल में बंद अन्य छह आरोपितों को कोर्ट में लाकर पेशी कराई गई।

क्या है पूरा मामला

13 मई 2016 की शाम सिवान में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस के बाद इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपी गई। पूर्व सांसद शहाबुद्दीन सहित सात आरोपितों के विरुद्ध सीबीआइ ने कोर्ट में पिछले साल 21 अगस्त को चार्जशीट दाखिल की थी। विशेष सीबीआइ कोर्ट ने चार्जशीट को संज्ञान में लेकर सेशन ट्रायल चलाने के लिए जिला जज कोर्ट भेजा था। फिलहाल इस मामले का सत्र-विचारण एमपी/ एमएलए के मामले के लिए गठित एडीजे-छह के विशेष कोर्ट में चल रहा।  

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