तमिलनाडु में दो परिवारों के 9 लोगों ने की आत्महत्या
अरुण कुमार ने अपने व्यवसाय के लिए कर्ज लिया हुआ था और अपने व्यापारिक घाटे को कम करने के लिए उसने राज्य में प्रतिबंधित लॉटरी में भी भारी निवेश किया था.
तमिलनाडु के विल्लुपुरम और डिंडीगुल जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां के दो अलग-अलग परिवारों के नौ सदस्यों ने आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक एक परिवार ने लॉटरी में बड़ी रकम गंवाई थी जिसके बाद पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली. वहीं दूसरे परिवार ने चलती ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या कर ली. अभी तक दूसरे परिवार के आत्महत्या के करणों का पता नहीं चल सका है.
पूरे परिवार ने खाया जहर
पुलिस के अनुसार, विल्लुपुरम जिले के निवासी एम. अरुण कुमार और उनके परिवार के खुदकुशी करने वाले सदस्यों में पत्नी शिवगामी, बेटियां प्रियदर्शनी, युवश्री और तीन महीने की बच्ची भारती शामिल है. जिनमें से दोनों बेटियों की उम्र 5 से 3 साल थी.
पुलिस ने बताया कि मृतक अरुण कुमार ने अपने व्यवसाय के लिए कर्ज लिया हुआ था और अपने व्यापारिक घाटे को कम करने के लिए उसने राज्य में प्रतिबंधित लॉटरी में भी भारी निवेश किया था.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक मृतक अरुण कुमार ने लॉटरी में भी बड़ी रकम गवांई थी जिसके बाद अरुण और उनकी पत्नी ने आत्महत्या करने का फैसला किया. जिसके बाद ही गुरुवार की रात अपने बच्चों को जहर देने के बाद दंपति ने भी जहर खा लिया और उनकी मौत हो गई. यही नहीं अपनी मृत्यु से पहले अरुण कुमार ने आत्महत्या के कारणों के बारे में अपने दोस्तों को एक वाट्सएप संदेश भेजा था.
परिवार ने लगाई चलती ट्रेन के आगे छलांग
वहीं दूसरी ओर डिंडीगुल जिले में एक परिवार के चार सदस्यों ने शुक्रवार को कोडाई रोड रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन के सामने छलांग लगा दी. पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है. चारों मृतकों की पहचान उथिरापति, संगीता, अभिनयाश्री और आकाश के रूप में हुई है.