अडानी के अस्पताल में पांच महीने में 111 बच्चों की मौत!
पिछले सालों में मौतों का प्रतिशत 2015 में 1 9 प्रतिशत, 2016 में 18 प्रतिशत और 2017 में 21 प्रतिशत था, जो अपेक्षाकृत अधिक था।
भुज गुजरात: गुजरात सरकार ने कल अडानी एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा संचालित जनरल अस्पताल में पांच महीने में 111 नवजात बच्चों की मौत की जांच का आदेश दिया है।
अस्पताल द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 1 जनवरी से 20 मई 2018 तक के पहले पांच महीनों में 111 शिशु की मृत्यु हो गई। सरकार ने इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए जाँच के आदेश जारी कर दिए है। जबकि अस्पताल प्रबंधन ने मौत के लिए देरी से अस्पताल में आना या कुपोषण सहित अन्य कारणों का हवाला दिया, सरकार ने कहा है कि जांच करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बनाई है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्यवाही की जायेगी।
गुजरात के आयुक्त जयंती रवि ने कहा, "हमने इन मौतों के पीछे कारणों की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बनाई है। टीम की रिपोर्ट आने के बाद सरकार उचित कदम उठाएगी।"
1 जनवरी और 20 मई के बीच अस्पताल में 777 नवजात शिशुओं (अस्पताल में जन्म लेने वाले ) ने अस्पताल में जन्म लिया, जिसमें 111 बच्चों की मौत हो गई, यह आंकड़ा अस्पताल के अधीक्षक जी एस राव द्वारा दिया गया, आंकड़ों के मुताबिक 111 बच्चों की मृत्यु हुई है, जो 14 प्रतिशत की मृत्यु दर दिखाती है।
2017 में, 258 शिशुओं की मृत्यु हो गई थी, जबकि क्रमशः 2016 और 2015 में अस्पताल में 184 और 164 शिशु की मौत हो गई थी।
राव ने संवाददाताओं से कहा, " पिछले सालों में मौतों का प्रतिशत 2015 में 1 9 प्रतिशत, 2016 में 18 प्रतिशत और 2017 में 21 प्रतिशत था, जो अपेक्षाकृत अधिक था। इस साल मई तक 111 नवजात शिशु की मृत्यु हो गई है।"