गुजरात में बीजेपी ने कांग्रेस से छीनी पांच सीटें, कांग्रेस बोली धन के आगे हारे, फिर भी कांग्रेस ने 18 सीटें जीती
कांग्रेस पार्षदों की क्रॉस वोटिंग की वजह से भाजपा जिला पंचायत की पांच सीटों को विपक्षी पार्टी से छीनने में कामयाब रही
गुजरात प्रदेश में 200 से ज्यादा तालुका और 31 जिलापंचायतों के अध्यक्ष का बुधवार को चुनाव हुआ. जिसमें कांग्रेस को क्रास वोटिंग के चलते हार मिली और बीजेपी ने उसकी पांच महत्वपूर्ण सीटें जीत लीं. हालांकि कांग्रेस अपने सदस्यों को गुजरात से बाहर भी ले गयी लेकिन हॉर्स ट्रेडिंग के चलते चुनाव हार गई.
बुधवार के चुनाव से पहले कांग्रेस के पास 31 जिला पंचायतों में से 23 थी, लेकिन भाजपा ने अहमदाबाद, पाटन, भावनगर, महिसागर और दाहोद जिला पंचायतों को विपक्षी पार्टी से छीन लिया. कांग्रेस के पास अब 18 जिला पंचायतें हैं. कांग्रेस ने 2015 में इन स्थानीय निकायों को जीता था. पार्टी का आरोप है कि सत्तारूढ़ भाजपा धन बल का इस्तेमाल कर उसके निर्वाचित सदस्यों को खरीद रही है. बहरहाल, भाजपा ने दावा किया कि कांग्रेस ने अंदुरूनी लड़ाई की वजह से शिकस्त खाई है.
गुजरात कांग्रेस प्रमुख अमित चावड़ा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने क्रॉस वोटिंग के लिए कांग्रेस के पार्षदों को 25 लाख रुपये से लेकर दो करोड़ रुपये दिए हैं. चावड़ा ने आरोप लगाया, 'आज के नतीजे स्पष्ट बताते हैं कि भाजपा ने पांच जिला पंचायतों में कांग्रेस से सत्ता छीनने के लिए धन बल का इस्तेमाल किया है. भाजपा ने चुनाव में निष्ठा बदलने के लिए इन सदस्यों को 25 लाख रुपये से लेकर दो करोड़ रुपये तक दिए हैं. भाजपा ने सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया है.' उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ पार्षदों को भाजपा ने ब्लैकमेल किया है ताकि वे पाला बदल सकें.
पलटवार करते हुए गुजरात भाजपा प्रमुख जितू वघानी ने कहा कि कांग्रेस के सदस्यों ने भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में इसलिए मतदान किया है क्योंकि वह कांग्रेस नेतृत्व से ऊब चुके हैं. हारने के बाद कांग्रेस आरोप प्रत्यारोप लगाती है.