गुजरात चुनाव: कांग्रेस ने आरक्षण पर हार्दिक पटेल को दिए 3 ऑप्शन, क्या इसपर बनेगी बात?

कल देर रात पाटीदार नेताओं और कांग्रेस के बीच आरक्षण को लेकर हुई बैठक में कांग्रेस ने हार्दिक पटेल की पाटीदार आरक्षण की मांग को ध्यान में रखते हुए उन्हें तीन विकल्प दिए है...

Update: 2017-11-09 06:18 GMT

गुजरात : गुजरात में कांग्रेस को झटका लगता दिख रहा है। कल रात पाटीदार नेताओं और कांग्रेस के बीच आरक्षण को लेकर हुई बैठक में बात नहीं बन पाई है। कांग्रेस ने हार्दिक पटेल की पाटीदार आरक्षण की मांग को ध्यान में रखते हुए उन्हें तीन विकल्प दिए है।

दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कल हुई बैठक में पाटीदार नेताओं को इन विकल्पों की जानकारी दी। रात साढे 11 बजे शुरू हुई यह बैठक देर रात 2 बजे तक चली। बैठक के बाद पाटीदार संगठन के सदस्यों ने कहा कि वे अपने नेताओं और कानून विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर इस पर निर्णय लेंगे। बताया जा रहा है दो-तीन दिनों में एक और बैठक के बाद पाटीदार ऐलान कर सकते हैं।

बैठक के बाद पाटीदार संगठन (PAAS) के संयोजक दिनेश बांभणिया ने कहा, 'हमें कांग्रेस पार्टी ने इसके तीन विकल्प दिए हैं कि कैसे हमारे समुदाय को शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रदान किया जा सकता है। बहरहाल, उन्होंने इन तीन विकल्पों पर विस्तृत जानकारी नहीं दी।

दिनेश बांभणिया ने कहा, 'हार्दिक, समुदाय के सामाजिक नेताओं, कानून विशेषज्ञों के साथ इस पर विचार करने से पहले इन विकल्पों को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। विचार के बाद इन्हें समुदाय के सामने रखा जाएगा। अगर समुदाय इन्हें स्वीकार कर लेता है, तो हम इस बारे में कांग्रेस पार्टी को सूचित कर देंगे।'

वहीं पाटीदार नेताओं के साथ बैठक के बाद कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा, 'मुलाकात अच्छी रही, हमने उन्हें अपनी बात बताई और उन्होंने हमें अपनी बात बताई। बैठक से उम्मीद जगी है कि हम आगे एक साथ काम कर सकते हैं। करीब दो ढ़ाई घंटे तक बातचीत चली। अभी किसी फॉर्मूले पर चर्चा नहीं हुई, उन्होंने कहा है कि दो तीन दिन बाद बताएंगे।' सिब्बल ने कहा 'मेरे हिसाब से अच्छी बातचीत हुई। मुझे लगता है कि अगले दो से तीन दिन में मामला पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा।'

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के प्रपोजल के मुताबिक पाटीदारों के लिए आरक्षण को एससी, एसटी और ओबीसी के लिए जारी 49 प्रतिशत से अलग रखा गया है। पाटीदारों ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के कोटे से आरक्षण को नकार दिया है।

बता दें सुप्रीम कोर्ट ने लिमिट तय की है कि आऱक्षण 50 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकता है। गुजरात में पहले से 49 फीसदी आरक्षण है जिसमें 27 फीसदी आरक्षण ओबीसी कोटे का है। सूत्रों के मुताबिक ऐसे में कांग्रेस राज्य में 20% का एक और कोटा बनाने की बात कर रही है जो आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों यानी EBC को दिया जाएगा। पाटीदारों को इसी 20% में से आरक्षण देने का वादा भी किया जा रहा है जो कि हार्दिक को नामंजूर है।

ये भी पढ़ें:

हार्दिक पटेल का बीजेपी के खिलाफ कैंपेन, दिला रहे पाटीदारों को अत्याचार की याद

गुजरात चुनाव: हार्दिक की ये 'पांचवीं शर्त' कांग्रेस के लिए बनी गले की हड्डी, क्या कर पाएगी पूरी?

किस करवट बैठेगा चुनावी ऊंट हिमाचल और गुजरात में ?

Similar News