गुजरात चुनाव की तारीखों पर मचे सियासी बवाल के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ने संकेत दिए हैं कि हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजों से पहले गुजरात में चुनाव कराए जाएंगे. सीईसी अचल कुमार जोति ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि आयोग इस तरह की योजना पर विचार कर रहा है कि हिमाचल चुनाव नतीजों से पहले ही गुजरात में चुनाव हो जाएं ताकि इन नतीजों का असर गुजरात की वोटिंग पर नहीं हो.
Parties and state admin in Himachal had requested EC to organise polls before mid-Nov due to probability of snowfall in 3 dists: CEC to ANI pic.twitter.com/75q5YayqCF
— ANI (@ANI) October 23, 2017
हिमाचल प्रदेश में नौ नवंबर को मतदान होगा और 18 दिसंबर को मतगणना होगी. इस संबंध में सीईसी ने कहा कि वहां के स्थानीय प्रशासन और पार्टियों ने आयोग से गुजारिश की थी कि मध्य नवंबर से पहले ही वहां चुनाव हो जाएं तो मौसम के लिहाज से बेहतर रहेगा क्योंकि सर्दियां बढ़ाने पर तीन जिलों में बर्फबारी होने से चुनाव प्रक्रिया में बाधा आएगी.
इस बीच कांग्रेस लगातार हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात की चुनाव तारीखें घोषित नहीं करने पर सवाल उठी रही है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सोमवार को कहा कि आयोग को जल्द से जल्द चुनाव की तारीखें घोषित करनी चाहिए.
इस संदर्भ में अभी तक तारीखों के ऐलान नहीं करने की वजह बताते हुए सीईसी जोति ने कहा कि दरअसल गुजरात के कई हिस्से अभी बाढ़ से प्रभावित हैं. वहां पर राहत कार्य चल रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में सरकारी मशीनरी लगी है. गुजरात सरकार के 26,443 कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी में लगाया जाएगा. ऐसे में जब यह राहत का काम पूरा हो जाएगा, उसके बाद ही इस स्टाफ को चुनावी ड्यूटी में लगाया जाएगा क्योंकि अभी हमारे पास पर्याप्त स्टाफ नहीं है.