गुजरात के मोरबी में पुल हादसे में अब तक 141 लोगो की मौत,रेस्क्यू आप्रेशन जारी,BJP,कांग्रेस सहित आप ने कार्यक्रम किये स्थगित...
गुजरात के मोरबी में रविवार रात को बड़ा हादसा हो गया. यहां के मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज अचानक टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए. इस हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त पुल पर 400 से ज्यादा लोग मौजूद थे. ये लोग रविवार की छुट्टी होने पर ब्रिज पर घूमने पहुंचे थे. रेस्क्यू के लिए सेना, नेवी, एयरफोर्स एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं. अब तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. हादसे में राजकोट से बीजेपी सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंदारिया के 12 रिश्तेदारों की भी इस हादसे में मौत हो गई है.
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि गुजरात के मोरबी में हुए हृदयविदारक पुल हादसे के कारण आज 31 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी की गुजरात में होने वाली परिवर्तन संकल्प यात्रा स्थगित कर दी गई है. आज का मेरा गुजरात दौरा स्थगित कर दिया गया है.
केजरीवाल ने कार्यक्रम रद्द किए
मोरबी हादसे के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द किए. अरविंद केजरीवाल को हरियाणा के आदमपुर में उपचुनाव के चलते रोड शो करना था.
मोरबी हादसे को लेकर रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ 304, 308 और 114 के तहत क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है, आज से ही जांच शुरू की गई है.
अमित शाह ने जताया दुख
गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताते हुए कहा कि गुजरात के मोरबी में हादसे में कि जो जान गई हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है. हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिवारजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और सभी मृतकों के प्रति प्रार्थना करता हूं कि इनकी आत्मा को चिर शांति मिले.
शाम 6.30 बजे हुआ हादसा- गुजरात गृहमंत्री
गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने कहा, मोरबी में अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. कल शाम 6.30 बजे झूलता हुआ पुल टूट गया. रविवार को यहां लोग परिवार के साथ घूमने आए थे. तभी ये हादसा हो गया. इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम, एंबुलेंस, प्रशासन, डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंच गई. स्थानीय लोगों ने भी रेस्क्यू में मदद की. इसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आसपास का प्रशासन भी मौके पर पहुंचा. पूरी रात रेस्क्यू अभियान चला. कैसे मृतकों के परिजनों को घायलों को मदद पहुंचाई जाए, इसके लिए काम किया गया. आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों ने रातभर रेस्क्यू काम किया. रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण पीएम मोदी और सीएम ने किया. गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूरी रात रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली और मदद पहुंचाने का काम किया. हादसे में अभी तक 132 लोगों की मौत हुई है.
रेस्क्यू में जुटीं तीनों सेनाएं
रेस्क्यू के लिए सेना, नेवी, एयरफोर्स एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं. अब तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. भारतीय सेना के मेजर गौरव ने बताया, बचाव कार्य जारी है. रात करीब तीन बजे भारतीय सेना यहां पहुंच गई थी. हम शवों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं. एनडीआरएफ की टीमें भी बचाव अभियान चला रही हैं.
मोरबी हादसे में अब तक 141 की मौत
- हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत हो गई है.
- 177 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है.
- 19 लोगों का इलाज चल रहा है. 3 लोगों को राजकोट में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
- मोरबी सिविल अस्पताल में अन्य अस्पतालों से करीब 40 डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची है.
- मौके पर करीब 30 एंबुलेंस को तैनात किया गया है.
- एनडीआरएफ की 5 टीमों में करीब 110 सदस्य रेस्क्यू में जुटे हैं.
- जामनगर एसडीआरएफ की 2, वड़ोदरा और गोंधाल की 3-3 टुकड़ियां रेस्क्यू में जुटी हैं.
- रेस्क्यू के लिए 20 बोट तैनात की गई हैं.
5 दिन पहले ही शुरू हुआ था ब्रिज
केबल ब्रिज 100 साल से ज्यादा पुराना बताया जा रहा है. यह ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था. राजा-महाराजाओं के समय का यह पुल ऋषिकेश के राम-झूला और लक्ष्मण झूला पुल कि तरह झूलता हुआ सा नजर आता था, इसलिए इसे झूलता पुल भी कहते थे. इसे गुजराती नव वर्ष पर महज 5 दिन पहले ही रिनोवेशन के बाद चालू किया गया था. रिनोवेशन के बाद भी इतना बड़ा हादसा होने पर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि फिटनेस सर्टिफिकेट लिए बिना ही ब्रिज को शुरू कर दिया गया था. ब्रिज पर घूमने आए लोगों को 17 रुपए का टिकट खरीदना होता था. वहीं, बच्चों के लिए 12 रुपए का टिकट अनिवार्य था