आईएएस अशोक खेमका का 51वीं बार ट्रांसफर, ट्वीट से बयां किया दर्द

जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वड्रा की कंपनी और रियल्टी कंपनी डीएलएफ के बीच हुये भूमि सौदे को रद्द कर दिया था

Update: 2017-11-13 05:23 GMT
हरियाणा: हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का 51वीं बार ट्रांसफर किया गया हैं. अशोक खेमका को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता विभाग से हटाकर खेल और युवा मामले विभाग का प्रिंसिपल सेकेट्ररी बनाया गया है. लगातार हो रहें तबादलों से अशोक खेमका भी परेशान हो गए हैं.
अशोक खेमका का नाम साल 2012 में उस समय चर्चा में आया था, जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वड्रा की कंपनी और
रियल्टी कंपनी डीएलएफ
के बीच हुये भूमि सौदे को रद्द कर दिया था. तीन दशक लंबे कार्यकाल के दौरान 45 बार से अधिक बार स्थानांतरित किए गए.
ट्रांसफर की खबर मिलने के बाद अशोक खेमका ने कहा कि अब तो उनको लगता है कि जैसे भेजा फ्राई हो गया है. उन्होंने ट्वीट भी किया, ''उनका यह ट्रांसफर एक क्रैश लैंडिंग के समान है क्योंकि उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में काफी कुछ प्लानिंग कर रखी थी कि अचानक तबादले की खबर आ गई''.
अशोक खेमका द्वारा उजागर गड़बड़ियों और अनियमितताओं के चलते हरियाणा की भाजपा सरकार के तीन मंत्रियों से उनका टकराव हो चुका है. हाल ही सरकारी गाड़ी के दुरुपयोग के मामले में उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के
मंत्री कृष्ण कुमार बेदी
को खूब खरी खोटी सुनाई थी.
खेमका ने इसी विभाग के प्रधान सचिव के नाते उन 3.22 लाख लोगों की पेंशन बंद कर दी थी जिनके दस्तावेज मौजूद नहीं थे. इनमें से एक लाख लोगों की पेंशन आज भी बंद है. 
अशोक खेमका ने दिवाली के मौके पर सीधे- सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय से भी पंगा ले लिया था. उन्होंने खट्टर के निजी स्टाफ को दिए जा रहे हजारों रुपए के नगद तोहफे का विरोध करते हुए मुख्य सचिव को पत्र लिख दिया था. इससे पहले अशोक खेमका शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा और लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह को भी आड़े हाथ ले चुके हैं. 
अबकी बार अशोक खेमका का तबादला उनके काफी करीबी मंत्री अनिल विज के खेल विभाग में कर दिया गया है. इससे पहले अनिल विज कई मुद्दों पर अशोक खेमका के साथ खड़े दिखाई दिए हैं.

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