रोहतक में 4 हत्याओं की गुत्थी सुलझी, सामने आया दंग करने वाला खुलासा
रोहतक जिले में झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर की बाग वाली गली में हुई 4 हत्याओं की गुत्थी सुलझ गई है।
हरियाणा के रोहतक जिले में झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर की बाग वाली गली में हुई 4 हत्याओं की गुत्थी सुलझ गई है। बेटे ने ही अपने मां-बाप, बहन और नानी की हत्या की। आरोपी अभिषेक उर्फ मोनू (20) इस समय पुलिस गिरफ्त में है और पुलिस पूछताछ में उसने हत्याकांड का राज उगला।
बुधवार सुबह साढ़े 9 बजे SP राहुल शर्मा प्रेस कॉन्फ्रेस करके मामले का खुलासा किया। वारदात को अंजाम देने की वजह थी प्रॉपर्टी विवाद और आपसी कहासुनी। पुलिस के अनुसार, प्रॉपर्टी बहन के नाम थी, जिस वजह से अभिषेक नाराज था। इसलिए उसने हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने चार दिनों तक संदिग्धों से पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी को सोमवार को पूछताछ के लिए उठाया और फिर सच सामने आया।
एसपी ने यह बताया है पत्रकार वार्ता में
पत्रकार वार्ता में एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि मामले की जांच शुरुआत से ही दोनों सीआईए, तीन डीएसपी, शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस कर रही थी। पहले दिन से ही मामले में संदिग्धों से पूछताछ करनी शुरू कर दी गई थी। बेटे से पहले दिन ज्यादा पूछताछ नहीं हो पाई थी। मगर फिर भी उसके बयानों से उस पर पहले दिन से ही शक होना शुरू हो गया था। बबलू के रिश्तेदारों, दोस्तों से भी लगातार पूछताछ की गई। आसपड़ोस से भी जानकारी जुटाई गई। लेकिन हर बार मोनू से पूछताछ के दौरान कोई न कोई उसका परिचित साथ होता था, जिस वजह से उससे बहुत ज्यादा गहराई से पूछताछ नहीं हो पा रही थी। मंगलवार सुबह तक क्षेत्र की सीसीटीवी फुटेज, होटल की सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स, टेक्निकल डिटेल्स पुलिस के हाथ लगी तो दोपहर बाद बबलू के एकलौते बेटे अभिषेक उर्फ मोनू को पूछताछ के लिए राउंडअप किया गया। मंगलवार को उससे अकेले में पूछताछ की गई तो उसने एक के बाद एक सभी हत्याओं को अंजाम देने का कुबूलनामा किया। फिर सबूत जुटाए गए और उसे गिरफ्तार किया गया।
परिवार में तनाव व प्रॉपटी विवाद हत्याओं का प्रमुख कारण
SP ने बताया कि आरोपी को रिमांड पर लेकर पूरी गुत्थी सुलझाई जाएगी। वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद किया जाएगा। सीन ऑफ क्राइम रिक्रिएट किया जाएगा। हत्याकांड अंजाम देने का कारण क्या था, उसे जानने की कोशिश पुलिस करेगी। लेकिन पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में मोनू ने हत्याओं का प्रमुख कारण परिवार में तनाव, उसके पर्सनल इश्यू, रुपया-पैसा व प्रॉपटी विवाद रहा है। अभी सिर्फ अभिषेक को गिरफ्तार किया गया है। उनकी कोशिश है कि जो भी इस मामले की कड़ियां बाकी हैं, उन्हें जल्द से जल्द से जोड़कर पूरी वारदात से पर्दाफाश किया जाए। फिलहाल पुलिस रिकॉर्ड में आरोपी का पहले कोई भी क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मिला है।
हत्याओं के बाद अपने दोस्त के साथ होटल गया था मोनू
हत्याओं से एक रात पहले भी आरोपी अपने दोस्त के साथ दिल्ली बाइपास स्थित होटल में ठहरा था। हत्याओं के बाद भी वह दोस्त के साथ होटल में गया था। पूरे मामले में दोस्त की क्या भूमिका है, इस पर पुलिस जांच व पूछताछ कर रही है। होटल से आने व जाने की फुटेज में मोनू के चेहरे पर किसी भी प्रकार की कोई शिकन नजर नहीं आ रही है। लग ही नहीं रहा है कि वह इस जघन्य अपराध को अंजाम देकर होटल में आया था।
अभिषेक ने पुलिस को सुनाई थी यह कहानी
मैं अपने दोस्तों के साथ एक होटल में खाना खाने गया था। दोपहर 2 बजे के बाद घर वापस लौटा तो घर का मेन गेट बिना कुंडी लगाए बंद था। नीचे के कमरे में गया तो दरवाजा बंद था। ऊपर कमरे में तो वहां का दरवाजा भी बंद मिला। मैंने दोनों दरवाजे खूब जोर-जोर से खटखटाए। मम्मी पापा सहित घर के अन्य नंबरों पर फोन भी मिलाया, मगर कोई जवाब नहीं मिला। मेरे मन में बहुत डर पैदा हो गया तो मैंने अपने सांपला निवासी मामा को फोन मिलाया और पूरी बात बताई। मामा ने दरवाजा तोड़ने की सलाह दी। मैंने किसी तरह दरवाजे के लॉक को तोड़ा तो अंदर खून से लथपथ परिजनों को देख मेरे पैरों तले की जमीन खिसक गई। मेरी बहन जोर-जोर से सांस ले रही थी, जिसको वह तुरंत पीजीआई लेकर गया। फिर मामा को फोन करके सारी बात बताई और इसके बाद मैं बेहोश हो गया।
घर में घुसकर मारी गई थीं गोलियां
बता दें कि 27 अगस्त की दोपहर को झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर की बाग वाली गली में रहने वाले पेशे से प्रॉपर्टी डीलर और पहलवान प्रदीप उर्फ बबलू, उसकी पत्नी बबली, साथ रोशनी और बेटी तमन्ना को घर में घुसकर गोली मारी गई थी। बबलू, बबली और रोशनी की मौत मौके पर हो गई थी, जबकि तमन्ना ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ा। वहीं हत्याकांड का मुख्य आरोपी अभिषेक उर्फ मोनू मृतक बबलू का इकलौता बेटा है और BA फर्स्ट ईयर, जाट कॉलेज का छात्र है।
चारों को सिर में मारी गई थी गोलियां, मिले थे 5 खाली खोल
पुलिस व एफएसएल की संयुक्त जांच के दौरान टीम को ऊपर वाले कमरे से दो खाली खोल मिले व नीचे के कमरे से तीन खाली खोल बरामद हुए हैं। नीचे वाले कमरे में बबलू बेड पर लेटा हुआ था और वह मोबाइल फोन पर किसी से बात कर रहा था। जब उसे गोली मारी गई तो उसका फोन उसके कान और कंधे के बीच में लगा रह गया। दोनों कमरों में वारदात को अंजाम देकर बदमाश कमरों को लॉक करके चाबी अपने साथ ही ले गए थे। पुलिस ने वह चाबी भी बबलू के करीबी से बरामद कर ली है।
बबलू के साले प्रवीन ने दी थी पुलिस को शिकायत
पुलिस को बबलू के साले प्रवीन निवासी सांपला ने मामले की लिखित शिकायत दी थी। प्रवीन ने पुलिस को मौखिक तौर पर यह भी बताया था कि जब उसे वारदात की सूचना मिली तो वह तुरंत ही घर से रोहतक के लिए निकल पड़ा। रास्ते में एक संदिग्ध वरना गाड़ी सवारों ने उसका काफी दूर तक पीछा किया। उसकी गाड़ी पर गोलियां भी चलाई गईं, लेकिन वह बहुत तेजी से गाड़ी चलाता हुआ रोहतक घटनास्थल पहुंचा।