योग गुरु बाबा रामदेव ने कांग्रेस को दी नसीहत
छुपकर पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी योग करते थे।
मुंबई। 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाएगा इस मौके पर पीएम मोदी रांची में योग करते नजर आ सकते है। तो योग गुरु बाबा रामदेव महाराष्ट्र में मौजूद होंगे। बाबा रामदेव महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ नांदेड़ में योग करेंगे। योग दिवस से पहले योग गुरु बाबा रामदेव बुधवार को विधानभवन, मुंबई में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सूबे के शिक्षामंत्री आशीष शेलार भी उपस्थित थे। रामदेव ने कहा, 'पीएम मोदी सार्वजनिक तौर से योग करते हैं। छुपकर पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी योग करते थे। उनकी आने वाली पीढ़ी ने योग नहीं किया, इसलिए उनकी राजनीति गड़बड़ हो गई। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित गांधी परिवार के लोगों को योग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग न करने से ही गांधी परिवार सत्ता से दूर चला गया है। योग करने वालों के अच्छे दिन आते हैं। बाबा ने कहा कि मेरी सलाह है कि विपक्ष में रहते हुए भी उन्हें योग करना चाहिए ताकि वे मजबूत रहें । इससे बौद्धिक, आर्थिक और मानसिक दरिद्रता दूर होती है। राजनीतिक रूप से भी उन्हें योग से लाभ होगा। विपक्ष मजबूत रहेगा तो देश मजबूत रहेगा।
बाबा ने कहा कि योग के माध्यम से बीपी, मधुमेह, अस्थमा और हैपिटाइटिस-बी बीमारी तक का मरीज ठीक हो जाता है। जबकि ऐसी बीमारी को ठीक करने के लिए एक करोड़ रुपये लगते हैं। उन्होंने कहा कि रोग मुक्ति , व्यसन मुक्ति योग से पूरी तरह ठीक हो जाती है ,इस पर खर्च कुछ नहीं होता है। बाबा ने कहा कि इसके लिए सिर्फ हर दिन सुबह का एक घंटा ही देना पड़ता है। बाबा रामदेव ने बाजार में मिलावटी खाद्य सामग्री बेचे जाने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि मिलावट करने वालों के लिए कानून में फांसी अथवा आजीवन कारावास की सजा की नितांत जरूरत है।
आपको बतादें कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी जिसमें उन्होंने कहा "योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। तो आयें एक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं।"
—नरेंद्र मोदी, संयुक्त राष्ट्र महासभा
जिसके बाद 21 जून को " अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" घोषित किया गया। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को " अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है