पीठ दर्द और इसकी सच्चाई

back pain and its truth

Update: 2023-07-27 07:21 GMT

॰ काम से छुट्टी लेने के लिये, पूरे दुनियाँ में, पीठ दर्द एक बड़ा कारण है।

॰इस रोग से लेने वाले छुट्टियों से, तमाम सरकारी व ग़ैर सरकारी विभागों ने, इस बीमारी से छुट्टी लेने पर अब बहुत नियम पाबंदी लगा दी है।

॰यही कारण है कि दुनियाँ भर के चिकित्सक अब पीठ दर्द के नाम पर, छुट्टी देने से कतराते हैं।

॰कई चिकित्सकों पर तो पीठ दर्द के नाम पर छुट्टी देने के कारण, इनक्वायरी तक हो गई।

॰पर अब किसी को सही में पीठ दर्द है तो वो क्या करे?

॰अगर पीठ दर्द है तो आप चिकित्सक को दिखाइए। अब अगर पीठ दर्द के साथ, पैरों में बिजली जैसी दर्द, कमर घुटने या पंजे में कमजोरी हो या टट्टी पेशाब अपने आप निकल जाता हो या टट्टी के रास्ते सूनापन हो गया हो तो ये सभी गंभीर पीठ दर्द के साथ बीमारी होने के लक्षण हैं।

॰एमआरआइ जाँच में, काफ़ी कुछ दिखता है। अगर चिकित्सक को कुछ गंभीर दिखेगा तो वो आपको दवा के साथ आराम करने के लिए ज़रूर कहेंगे और छुट्टी भी देंगे।

॰भारत में, रीढ़ के हड्डी की टीबी भी पीठ दर्द का बड़ा कारण है। इसमें ४ महीने आराम और १८ महीने दवा चलती है।

॰एक पीठ दर्द बिना रोग के भी होती है, जिसे हम फंक्शनल बीमारी कहते हैं। ऐसे मरीज़ या तो बीमारी का बहाना कर अपना उल्लू सीधा करते हैं, या इन्हें डिप्रेशन की बीमारी होती है।

॰ऐसे रोगियों को, पीठ दर्द की नहीं, बल्कि उनके डिप्रेशन की दवा देनी होती है।

॰कई पीठ दर्द, जोड़ों के सूजन से होता है, जिसे रियुमेटोलोजिस्ट ठीक करते हैं।

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