अगर आपकी भी चिढ़चिढ़ी हो गई है सेक्‍स लाइफ, तो सेक्स डिटॉक्स से ऐसे करें रिचार्ज!

डिटॉक्सीफिकेशन एक प्रकिया है, जिसके ज़रिए शरीर से टॉक्सिन्स या विषाक्‍त पदार्थों को बाहर निकाला जाता है?

Update: 2019-01-28 08:55 GMT

क्‍या आपके रिलेशनशिप में सेक्‍स में घटती दिलचस्‍पी आपके ल‍िए चिंता का कारण है तो एक बात जान लें, ज्‍यादा सेक्‍स की वजह से भी आपको कई परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो कई बार एक खुशहाल रिलेशनशिप में होने के बावजूद भी कपल्स सेक्स से ब्रेक लेने के बाद में सोचते हैं ताकि इस ब्रेक में वो एक दूसरे के प्रति अपनी भावनाओं को समझ, ब्रेक के बाद एक दूसरे के ज्‍यादा करीब आ सकें।

सेक्‍स से कुछ समय तक के ल‍िए दूरी बनाने को सेक्‍स डिटॉक्‍स कहा जाता है। इस डिटॉक्‍स के जरिए सेक्‍स में आए एक गैप के दौरान पार्टनर अपने रिश्‍ते में खो चुके रोमांच और रोमांस पर वर्क करने के बाद, एक बार फिर से अपने रिश्‍तों की नई पारी खेल सकें। यकीन मानिए सेक्स डिटॉक्स यानी सेक्स से कुछ समय के लिए दूरी बनाना आपके रिश्ते के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है।




 क्या है डिटॉक्स? 

डिटॉक्सीफिकेशन एक प्रकिया है, जिसके ज़रिए शरीर से टॉक्सिन्स या विषाक्‍त पदार्थों को बाहर निकाला जाता है, जिससे हम एनर्जेटिक, हेल्दी और रिफ्रेशिंग महसूस करते हैं। बिल्‍कुल इसी तरह रिलेशनशिप में भी कई बार टॉक्सिन्स आ जाते हैं, जिससे रिश्तों में बोरियत, ठहराव और चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। जिसकी वजह से सेक्सुअल रिश्ते पर भी असर होने लगता है। रिलेशनशिप से इन टॉक्सिन्स को दूर करने के लिए सेक्स डिटॉक्स ज़रूरी है।




 

सेक्स डिटॉक्स कैसे होता है?

सेक्स डिटॉक्स का मतलब है कि सेक्सुअल एक्टिविटी से कुछ दिनों या महीनों के ल‍िए दूरी बना लें। इससे एक-दूसरे के करीब आने की लालसा बढ़ेगी और खोया हुआ उत्‍साह लौटने लगेगा। इससे आपकी कामेच्छा बढ़ेगी और आप बेहतर ऑर्गे़ज़्म, बेहतर सेक्स का आनंद उठा सकेंगे।

कब जरुरत पड़ती है सेक्‍स डिटॉक्‍स की

जब एक-दूसरे के प्रति पहले जैसा आकर्षण महसूस नहीं कर पाते हैं, जब आपको लगें कि अब आपके रिश्‍तें में कुछ नया नहीं है। जब आप अपने काम में एकदम व्‍यस्‍त हो जाएं और सेक्‍स आपको एक तरह से दबाव लगने लगें। जब सेक्‍सुअल लाइफ आपके ल‍िए एक रूटीन बनकर रह जाए। जब सेक्स पहले जैसी ख़ुशी और प्लेज़र नहीं मिलें। अगर ये लक्षण आपके रिश्ते में भी दिखाई दें, तो समझ जाएं कि आपको सेक्स डिटॉक्स की ज़रूरत है। आपके रिश्‍तों पर बोरियत और चिढ़चिढ़ेपन की परते चढ़ती जाएं, उससे पहले जरुरी है कि आप उसकी क्लींज़िंग और उसे डिटॉक्सीफाई करना।




 सेक्‍सुअल प्रॉब्‍लम से निजात सेक्स डिटॉक्स के जरिए


सेक्स को लेकर प्रेशर में कमी आती है, जैसे कि हो सकता है कि किसी रिलेशनशिप में सेक्‍स एक के ल‍िए प्रेशर हो या एक ल‍िए संतुष्टि। ऐसा रिलेशनशिप ज्‍यादा देर तक नहीं चलता है। हो सकता है कि आप दोनों में से कोई एक पार्टनर सेक्सुअल प्रॉब्लम से गुजर रहा हो। विशेषज्ञों की मानें तो सेक्‍स डिटॉक्‍स के जरिए आप दोनों एक दूसरे की सेक्‍सुअल प्रॉब्‍लम से अच्‍छे से वाकिफ होकर उसका हल निकाल सकते हैं।

रिश्ते में जोश की वापसी


एक्सपर्ट्स कहते हैं कि जब सेक्स के बीच गैप आता है तो दोनों पार्टनर एक दूसरे की इच्‍छाओं को समझने लगते हैं और करीब आने का बेसब्री का इंतजार करते हैं जिसके बाद दोनों के रिलेशनशिप से खो चुकी एक दूसरे के प्रति बेताबी और उत्‍साह की भावना फिर से लौट आती है।




 एक दूसरे को पहले से बेहतर समझेंगे

विशेषज्ञों की मानें तो सेक्‍स डिटॉक्‍स के जर‍िए, र‍िलेशनशिप के शुरुआती दौर में आप एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझने लगते है। सेक्‍सुअल कम्पेटिबिलिटी के बूते आप किसी रिलेशनशिप की नींव नहीं रखत सकते है, यहां आपको अपने पार्टनर को दूसरे कई स्‍तरों पर आंकने की जरुरत होती है। इसलिए सेक्‍स डिटॉक्‍स के जरिए आप एक समय तक आप दोनों एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।

रिश्‍तों में बढ़ेगी अहमियत

सेक्‍स एक रिलेशनशिप में गर्माहट और ऊर्जा लाने का काम करता है। अगर आप अपने रिलेशनशिप को लेकर गंभीर है तो आपको लॉन्‍ग टर्म र‍िलेशनशिप के ल‍िए कुछ लक्ष्‍य बनाने की जरुरत है इसके ल‍िए आपको इस तरफ ध्‍यान देना चाह‍िए कि आप अपने पार्टनर से भावनात्‍मक तौर पर कितने जुड़े हुए हो। इसके ल‍िए आपको सेक्‍स डिटॉक्‍स कर दूसरे पहलूओ पर ध्‍यान देने की जरुरत। सेक्‍स डिटॉक्‍स के दौरान आपको यह बात महसूस होगी कि आप दोनों को एक दूसरे से इमोशनल सर्पोट की कितनी जरुरत है और आप दोनों का भावनात्‍मक जुड़ाव कितना है। इस आधार पर आप अपने रिलेशनशिप के ल‍िए आगे चलकर कुछ न‍िर्धारित कर सकते हैं।

Courtesy - BoldSky

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