कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार संकट में, दो निर्दलीय विधायकों ने समर्थन लिया वापस
ख़बर है कि कांग्रेस के 4 से 5 विधायक मुंबई में मौजूद हैं। वहीं, किसी भी तरह की टूट से बचने के लिए बीजेपी के सभी विधायक हरियाणा के एक रिजॉर्ट में ठहराए गए हैं।
बेंगलुरु : कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार पर संकट गहराता दिख रहा है। जेडीएस-कांग्रेस की गठबंधन सरकार से दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के साथ ही राज्य की राजनीति में शह और मात का खेल तेज हो गया है। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त और जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। इस बीच खबर है कि कांग्रेस के 4 से 5 विधायक मुंबई में मौजूद हैं। वहीं, किसी भी तरह की टूट से बचने के लिए बीजेपी के सभी विधायक हरियाणा के एक रिजॉर्ट में ठहराए गए हैं।
राज्य के दो निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को अचानक जेडीएस-कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया। निर्दलीय विधायक एच नागेश और आर शंकर ने सरकार से नाराजगी का इजहार करते हुए समर्थन वापसी की घोषणा की है। हमारे सहयोगी टाइम्स नाउ के मुताबिक दोनों विधायकों ने बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया है।
2 Independent MLAs, H Nagesh and R Shankar, withdraw their support from Karnataka govt. pic.twitter.com/C34u3BNFOb
— ANI (@ANI) January 15, 2019
निर्दलीय विधायक आर शंकर का कहना है, 'आज मकर संक्रांति है और इस मौके पर हम सरकार में बदलाव चाहते हैं। राज्य में प्रभावी सरकार होनी चाहिए लिहाजा मैं आज ही कर्नाटक सरकार से अपना समर्थन वापस लेता हूं।' विधायकों का कहना है कि सरकार की कार्यप्रणाली से वे खुश नहीं हैं लिहाजा वे कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं। दोनों विधायकों ने कर्नाटक के राज्यपाल को खत लिखते हुए तत्काल प्रभाव से समर्थन वापसी के अपने फैसले की जानकारी दी है।
समर्थन वापस लेने वाले दूसरे निर्दलीय विधायक एच नागेश का कहना है, 'गठबंधन सरकार को मेरा समर्थन अच्छी और स्थिर सरकार के लिए था, जो कि यह सरकार देने में नाकाम रही। गठबंधन के सहयोगियों में कोई आपसी समझ नहीं है, इसलिए मैंने एक स्थिर सरकार के गठन के लिए बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया है। मुझे उम्मीद है कि यह सरकार गठबंधन सरकार से अच्छा काम करेगी।'