6 कांग्रेस विधायक इस्तीफा देने पर अड़े, कांग्रेस के हुए कान खड़े अब राहुल भी हैरान

Update: 2019-01-16 08:53 GMT

मुख्यमंत्री कुमार स्वामी की बेफिक्री बता रही है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। जहां कांग्रेस दिन रात एक कर रही है कुमार स्वामी पिक्चर देखने मे व्यस्त हैं। कर्नाटक में सियासी पारा अपने चरम पर पहुंच गया है। कल दो निर्दलीय विधायकों के कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के 6 नाराज विधायक कल इस्तीफा दे सकते हैं। इन सब के बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक 18 जनवरी को बेंगलुरु में बुलाई गई है। इससे पहले कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गुरुग्राम में भाजपा के विधायक जिस होटल में ठहरे हैं, वहां प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है।

कांग्रेस सांसद के.एच. मुनियप्पा ने कहा कि मैं साथ छोड़ने वाले सभी लोगों को आमंत्रित करता हूं। चिंता मत कीजिए। चुनाव जीतने वालों कांग्रेस के लोगों को असुरक्षित नहीं महसूस करना चाहिए। राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल आपके मुद्दों से वाकिफ हैं। आपको अगले कैबिनेट विस्तार में मौका दिया जाएगा।

224 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 104, कांग्रेस के 79, जद-एस के 37, बसपा, केपीजेपी के एक-एक और एक निर्दलीय विधायक हैं। बसपा विधायक एन महेश ने अक्तूबर में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन कहा था कि सरकार को समर्थन जारी रहेगा। फिलहाल बहुमत के लिए 113 विधायकों की जरूरत है जबकि कांग्रेस-जेडीएस के साथ 116 विधायक हैं। दो के समर्थन वापस लेने पर बसपा विधायक सहित गठबंधन के साथ 117 विधायकों का समर्थन है।

वहीं मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने अपनी सरकार को सुरक्षित बताते हुए कहा कि मुंबई के होटल में मौजूद विधायक तक मीडिया नहीं पहुंच पा रही है, वह मेरे संपर्क में हैं। मैं सबके संपर्क में हूं, सबसे बात कर रहा हूं, वह वापस आएंगे। हमारा गठबंधन बिल्कुल सुरक्षित है। मैं पहले भी चिंता मुक्त था, अब भी हूं। चिंता मत कीजिए, खुश रहिए।

कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के सात महीने बाद कर्नाटक में शुरू हुए सत्ता के नाटक का कथानक हरियाणा और मुंबई में लिखा जा रहा है। गुरुग्राम के नजदीक तावड़ू स्थित आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में कर्नाटक के 104 भाजपा विधायकों को ठहराया गया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस व जेडीएस के कुछ बागी विधायक भी इनके साथ हैं, हालांकि भाजपा ने इससे इनकार किया है। पार्टी का कहना है कि भाजपा विधायकों को एकजुट रखने के लिए रोका गया है। वहीं, कर्नाटक के 10 नाराज कांग्रेस विधायकों के मुंबई के एक पांच सितारा होटल में होने की खबर है।

वहीं जेडीएस के अध्यक्ष देवेगौड़ा ने कहा कि सरकार से समर्थन वापस लेने वाले दोनों हीं विधायक किसी भी पार्टी से संबद्ध नहीं थे, दोनों निर्दलीय विधायक थे। इसे इतना अहमियत देने की जरूरत नहीं है। मीडिया ही इसे अहमियत दे रहा है।

बेफिक्र कुमारस्वामी ने देखा फिल्म का ट्रेलर

लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में उत्पन्न राजनीतिक संकट के बीच कुर्सी बचाने की जद्दोजहद से बेफिक्र मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने अपने बेटे की फिल्म का ट्रेलर देखा। दो विधायकों एच नागेश (निर्दलीय) और आर शंकर (केपीजेपी) के समर्थन वापस लेने के कारण कुमारस्वामी सरकार पर संशय के बाद छाये हुए हैं। बहरहाल, समय निकाल कर कुमारस्वामी ने महाभारत पर आधारित कन्नड़ पीरियड फिल्म 'कुरुक्षेत्र' का ट्रेलर देखा, जो कवि रन्ना की काव्यात्मक रचना 'गदायुद्ध' पर आधारित है।

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