अरविंद केजरीवाल ने PM मोदी को बताया रावण जैसा अहंकारी, जानें क्यों कहा ऐसा

अरविंद केजरीवाल ने बेंगलूरु में एक सियासी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) को रावण जैसा अहंकारी करार दिया है।

Update: 2022-04-21 11:40 GMT

 हनुमान जयंती के दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी ( Jahangirpuri Violence ) में हिंसक घटना और बुधवार को वहीं पर एमसीडी की बुलडोजर ( Bulldozer ) कार्रवाई के बाद से देश की राजधानी में सियासी बवाल मचा है। कांग्रेस ( Congress ) ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी ( AAP ) की सरकार से पूछा है कि भाजपा ( BJP ) के इस अत्याचार को लेकर केजरीवाल सरकार ( Kejriwal Government ) चुप क्यों है? इसका जवाब केजरीवाल ( CM Arvind Kejriwal ) ने भाजपा शासित राज्य कर्नाटक ( Karnataka News ) की राजधानी बेंगलूरु से दिया है। उन्होंने बेंगलूरु में एक सियासी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) को रावण जैसा अहंकारी करार दिया है।बेंगलूरु में एक सियासी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) को रावण जैसा अहंकारी करार दिया है।

अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) ने हिंदी में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इंसान को कभी अहंकारी नहीं होना चाहिए। रावण को भी अहंकार हो गया था। रावण को लोगों ने समझाया, ज्यादा अहंकार मत करो, नहीं माना, विभीषण और मंदोदरी ने समझाया, अहंकार छोड़ दो। सीता माता को भगवान राम को वापस कर दो लेकिन रावण इतना अहंकारी था कि उसने किसी की बात नहीं मानी।

हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) को भी अहंकार हो गया है। अहंकार के वश में आकर उन्होंने तीन कृषि कानून पास किए जो तीन काले कानून साबित हुए। हमनें केंद्र सरकार को समझाया। इतना अहंकार मत करो। काले कानून वापस ले ले। किसानों की बात मान लो लेकिन पीएम ने ​हमारी क्या, किसी नहीं सुनी। खेती किसानी पर निर्भर रहने वाले 45 फीसदी किसानों की भी नहीं सुनी। समझाया कि किसानों से पंगा मत लो। नहीं माने, क्या हुआ, 13 महीनों तक लगातार आंदोलन चलाकर देश के किसानों ने पीएम के अहंकार को चकनाचूर कर दिया। जब अहंकार टूटा तो मांगनी पड़ी माफी और तीनों काले कानून भी लेना पड़ा वापस।

केजरीवाल ने खुद को बताया ईमानदार

उन्होंने लोगों से सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर किसानों को राजनीति में आने का निर्णय क्यों लेना पड़ा। आजादी के 75 साल हो गए। किसानों को बुरा हाल है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। अगर सभी इकट्ठे हो जाएं तो बड़ी से बड़ी सरकार गिरा सकते हैं।

एक समय मुझे भी सत्ता के मद में डूबे लोगों ने ललकारा था। मैंने, केवल इतनी सी अपील की थी कि भ्रष्टाचार खत्म कर दो। तो मुझे कहा गया, राजनीति कर लो और खुद भ्रष्टाचार बंद कर लो। क्या हुआ, आम आदमी पार्टी बनी। पहले दिल्ली में सरकार बनी, फिर पंजाब में बनी। अब आम आदमी पार्टी की सरकार कर्नाटक में बनेगी। कर्नाटक में पहले 20 फीसदी की सरकार थी। अब 40 फीसदी की सरकार है। हमारी सरकार जीरो फीसदी की है, लेकिन कट्टर ईमानदार सरकार है। ईमानदारी की सर्टिफिकेट भी हमने मोदी सरकार से ली है।

जहांगीरपुरी डिमोलिशन का नहीं किया जिक्र

खास बात है कि जनसभा को संबोधित करने के क्रम में सीएम अरविंद केजरीवाल ने जहांगीरपुरी दंगा का जिक्र तक नहीं किया। उन्होंने खेती किसानी, लखीमपुर खीरी की घटना, शिक्षा, स्वास्थ्य, ईमानदार सरकार की बात की पर लेकिन दिल्ली के बिगड़े हालात का जिक्र नहीं किया है। न ही उन्होंने इस बात की चर्चा की कि वहां पर तनाव क्यों हैं?

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