कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के सामने आने के बाद कर्नाटक में लॉकडाउन लगने की खबरों को राज्य सरकार ने महज अफवाह करार दिया है.
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि राज्य में लॉकडाउन का कोई प्रस्ताव नहीं है. उन्होंने लोगों से इस संबंध में अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील भी की है.
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने दोहराया, "अब लॉकडाउन लगाने का कोई सवाल ही नहीं है, सामान्य जीवन चलना चाहिए." हालांकि उन्होंने कहा, वो चाहते हैं कि लोग सार्वजनिक स्थानों पर कोविड के मानदंडों का सख्ती से पालन करें. संस्थानों को भी उनके द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल का पालन जिम्मेदारी से करने की आवश्यकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोविड वायरस के नए रूप ओमिक्रॉन पर कड़ी निगरानी रखे हुए है. इस बीच डेल्टा वैरिएंट के प्रति भी सावधानी बरती जा रही है. सरकार इस मुद्दे से दो मोर्चों पर निपट रही है. संदिग्ध मामलों में टेस्ट स्वैब के नमूने जीनोम सीक्वेसिंग के लिए एनसीबीएस को भेजे गए थे ताकि सटीक वैरिएंट का पताया लगाया जा सके.
उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सख्ती से स्क्रीनिंग की जा रही है. जो लोग उनके संपर्क में थे, उनका भी पता लगाया जा रहा है और उनका परीक्षण किया जा रहा है.
राज्य सरकार ने ऐसे क्लस्टर स्थापित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं जहां मामलों में तेजी आई है. पहले परीक्षण की पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने के 7 दिन बाद क्लस्टर में रहने वालों का फिर से परीक्षण किया जा रहा है.
सरकार की तरफ से बताया गया है कि धारवाड़ के एसडीएम कॉलेज में लगभग 4000 व्यक्तियों का परीक्षण किया गया है. बोम्मई ने कहा कि इसी तरह के परीक्षण बेंगलुरु के मैसूर, हसन और अनेकल में भी किए जा रहे हैं.
वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने कहा कि लगभग 2,500 अंतरराष्ट्रीय यात्री हर दिन कर्नाटक आते हैं और अब सभी के लिए RTPCR परीक्षण करना अनिवार्य कर दिया गया है.