कर्नाटक कैबिनेट में रार? मंत्री न बनने से कांग्रेस विधायक नाराज, मनाने पहुंचे CM कुमारस्वामी

कर्नाटक में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से कांग्रेस के अंदर जारी उठापटक बड़ा रूप ले सकती है।

Update: 2018-06-08 08:46 GMT
नई दिल्ली : कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के बीच खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है. पहले मंत्रिमंडल को लेकर दोनों पार्टियों में बात नहीं बन रही थी और अब कुछ विधायक मंत्री ना बनने से परेशान हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक एमबी पाटिल पार्टी से नाराज़ चल रहे हैं. जिसके बाद उन्हें मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं.
उन्हें मनाने के लिए खुद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर उनके घर मनाने के लिए पहुंचे. इसके अलावा भी पार्टी के कई नेता उनसे मुलाकात कर चुके हैं. गौरतलब है कि एचडी कुमारस्वामी भी शपथ ग्रहण के बाद बयान दे चुके थे कि उनकी पार्टी के कई विधायक मंत्री ना बनने से नाराज़ हैं. कर्नाटक में मंत्रिमंडल के बंटवारे पर कर्नाटक सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि हां, कुछ तनाव जरूर है मगर मुझे पूरा विश्नास है कि कांग्रेस पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व सही निर्णय लेगा.


आपको बता दें कि बीते बुधवार को मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मौजूदगी में राज्यपाल वजुभाई वाला ने 25 विधायकों को कैबिनेट के मंत्री पद की शपथ दिलाई. कर्नाटक कैबिनेट में जेडीएस के 9 और कांग्रेस के 14 विधायक शामिल हुए हैं. वहीं मायावती की पार्टी बसपा के एकमात्र विधायक और 1 निर्दलीय को भी कैबिनेट में जगह दी गई है.

कर्नाटक सरकार की कैबिनेट की सबसे खास बात ये है कि इसमें मायावती की पार्टी बीएसपी के एकमात्र विधायक एन महेश को भी एंट्री मिली है. ऐसा पहली बार है जब बीएसपी का कोई विधायक यूपी के बाहर मंत्री का दर्जा पाएगा.
वहीं कैबिनेट में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के भाई एचडी रेवाना को भी जगह मिली है. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस विधायक तनवीर सैत को जगह नहीं मिलने से उनके समर्थकों ने इसका जमकर विरोध किया है.
हालांकि, पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी हाइकमान विरोध के स्वर ऊंचे करने वाले नेताओं पर नजर रखे हैं और भविष्य में उनके लिए मंत्रीपद हासिल करना और भी मुश्किल हो सकता है. पार्टी मंत्रियों में विभाग बांटने के लिए भी इंतजार कर रही है. एक सीनियर कार्यकर्ता के मुताबिक शुक्रवार तक आंतरिक विरोध कम हो सकता है. उसके बाद विभाग बांटे जाएंगे.
हालांकि, कई कार्यकर्ता शांत होने के मूड में नहीं हैं. यहां तक कि एचएम रेवन्ना ने बताया है कि वह बीजेपी नेताओं से बातचीत कर रहे हैं और वह बीजेपी जॉइन कर सकते हैं. बीजेपी की ओर से भी इस बात पर हामी भरी गई है.

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