Karnataka election 2023: कर्नाटक चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी, पुरानी पेंशन बहाली, बेरोजगारी भत्ता समेत किए ये वादे
कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी करते समय कर्नाटक में बजरंग दल और पीएफआई पर बैन लगाने का भी वादा किया है।
Karnataka election 2023 : कांग्रेस ने कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्य इकाई के प्रमुख डी के शिवकुमार और सीएलपी नेता सिद्धारमैया की मौजूदगी में कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी किया।
घोषणापत्र में कांग्रेस ने कर्नाटक में भाजपा सरकार द्वारा पारित सभी अन्यायपूर्ण कानूनों और जनविरोधी कानूनों को राज्य में सत्ता में आने के एक साल के भीतर रद्द करने का वादा किया।
घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहा कि वह किसी भी हालत में नंदिनी दूध को खत्म नहीं होने देगी। कृषि क्रांति के तहत 1.5 करोड़ लीटर दूध के उत्पादन पर जोर दिया गया है। इसके अलावा पशु भाग्य के तहत 3 लाख तक का लोन डेयरी किसानों को दिया जाएगा। इस रकम से वे पशु खरीद सकेंगे।
घोषणा पत्र की मुख्य बातें -
डेयरी किसानों को 50,000 का कृषि क्रांति क्रेडिट कार्ड
गोबर की 3/किलो खरीद।
महिलाओं को पशु खरीदने के लिए ब्याज मुक्त ऋण
SC का रिजर्वेशन 15% से 17% किया जाएगा।
ST का 3% से 7%
अल्पसंख्यकों का रिजर्वेशन वापस लाया जाएगा 4%
लिंगायतों, वोक्कलिग्गा और दूसरे समुदायों का रिजर्वेशन बढ़ाया जाएगा
200 यूनिट मुफ्त बिजली। - परिवार की महिला मुखिया को 2000 हजार रुपये प्रति माह।
महिलाओं के लिए KSRTC/BMTC बसों में फ्री यात्रा।
डिप्लोमा होल्डर बेरोजगार युवाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह।
बेरोजगार ग्रेजुएट युवाओं को दो साल तक 3000 रुपये प्रति माह।
राज्य शिक्षा नीति बनाएगी कांग्रेस
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में राज्य शिक्षा नीति बनाने का भी वादा किया है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि सत्ता में आते ही कांग्रेस सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को अस्वीकार करेगी और राज्य के लिए एक नई शिक्षा नीति बनाएगी।इसके अलावा सरकार ने 2006 के बाद सेवा में आए कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने का भी वादा किया है।
बजरंग दल और PFI पर बैन की बात
कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी करते समय कर्नाटक में बजरंग दल और पीएफआई पर बैन लगाने का भी वादा किया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि धर्म के नाम पर नफरत फैलाने वालों के खिलाफ हमारी सरकार सख्त एक्शन लेगी। घोषणा पत्र के जरिए कांग्रेस ने युवा वोटरों को भी साधने की कोशिश की है।