मोदी ने साधा निशाना कांग्रेस पर बोले- कौन सा पंजा 1 रूपये को 15 पैसे में बदल सकता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कर्नाटक के उजीर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। पीएम ने धर्मस्थल के उजीर में विपक्ष पर भ्रष्टाचार को लेकर जमकर निशाना साधा।
बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कर्नाटक के उजीर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस के कार्यकाल पर सवाल उठाए। पीएम ने धर्मस्थल के उजीर में विपक्ष पर भ्रष्टाचार को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने डिजिटल लेनदेन को लेकर भी कांग्रेस के अविश्वास को चुनौती देने की बात कही और अपनी उपलब्धियां भी गिनाईं।
हमारे यहां तीर्थ क्षेत्र कैसे होने चाहिए, उनका लक्ष्य क्या होना चाहिए, उस विषय में जीतना अध्ययन होना चाहिए दुर्भाग्य से वह नहीं हुआ है। आज विश्व में सभी चीजों का आकलन होता है सबकी रैंकिंग होती है लेकिन समय की मांग है सदियों से हमारे देश में किस प्रकार से संस्थाओं को बनाया है। उनका प्रबंधन कैसे होता है। परिवर्तन कैसे लाए हैं। हजारों ऐसी संस्थाएं हैं जो आज भी कोटि-कोटि जनों के जीवन को प्रेरणा देते हैं। धर्मस्थल अपने आप में उदाहरण हैं। अच्छा होगा दुनिया के यूनिवर्सिटीज इनका अध्ययन करें।
Karnataka: Prime Minister Narendra Modi at a public meeting in Dharmasthala's Ujire pic.twitter.com/y9EbLvSCSs
— ANI (@ANI) October 29, 2017
नोटबंदी का विरोध करने वाले लोगों पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कैशलेश लेनदेन पर बहुत बुरा बोला गया। नोटबंदी पर जमकर सवाल किए गए। 12 लाख लोग अपना कार्यभार कैशलेस ट्रांजेक्शन से करेंगे। 12 लाख लोगों ने कैशलेस लेनदेन का संकल्प लिया है। इसने साबित कर दिया कि अगर अच्छा करने का इरादा हो तो रुकावटें भी कई बार काम को तेज करने में मदद कर देती हैं। मैं इस मौके पर वीरेन्द्र हेगड़े जी को बधाई देता हूं। आज उन्होंने देश के लिए उपयोगी बहुत बड़े अभियान को आगे बढ़ाया है। ये जो करेंसी है हर युग में बदलती रही है। कभी पत्थर थे, कभी सोने-चांदी के थे, कभी कागज के आए अब डिजिटल करेंसी का युग शुरू हो चुका है। लेस कैश में भारत का भविष्य निहित है।
भारत सरकार ने एक नई योजना शुरू की है। GEM पोर्टल पर वह अपनी रजिस्ट्री करवा सकता है जो अपना उत्पाद बेचना चाहता है। राज्य सरकार अपनी जरूरत उस पर अपलोड करते हैं। सारी ट्रांसप्लांट व्यवस्था है। नई चीज थी देखते ही देखते हजारों करोड़ रुपयों का कारोबर होने लगा। टेंडर नहीं होता। 15 राज्यों ने एमओयू किया। जो चीज पहले 100 रुपये में मिलती थी वह अब सरकार को 50 से 80 रुपये में मिलती है।
PM Modi arrives in Karnataka's Mangaluru, to offer prayers at Shri Manjunatha Swami Temple at Dharmasthala & address a public meeting pic.twitter.com/BCaM6yFFMa
— ANI (@ANI) October 29, 2017
कम यूरिया इस्तेमाल का आह्वान करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "यूरिया इस्तेमाल हमें 50 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखना चाहिए। हमें प्रकृति के अनुरूप रहना चाहिए. अल्पावधि लाभ के बारे में नहीं सोचना चाहिए। हमें यूरिया के उपयोग को कम करने की जरूरत है।."
PM Narendra Modi offered prayers at Shri Manjunatha Swami Temple in Dharmasthala #Karnataka pic.twitter.com/d1c9hRkI6v
— ANI (@ANI) October 29, 2017
मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, एक नेता थे जिन्होंने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया चलता है तो जनता तक 15 पैसा पहुंचता है। बिना नाम लिए कांग्रेस का नाम लिए उन्होंने कहा वह कौन सा पंजा है जो 1 रुपये को 15 पैसा बना देता है। अब देश में ईमानदार युग शुरू हुआ है। हम रहें या ना रहें इस देश को बर्बाद नहीं होने देंगे। हमने अपने लिए जीना नहीं सिखा है, हम बचपन से ही दूसरों के लिए जीवन जीते आए हैं।"
इसके बाद पीएम मोदी अपने कर्नाटक दौरे के सबसे पहले पड़ाव यानी धर्मस्थल स्थित हरि मंजूनाथ स्वामी मंदिर पहुंचे। मंदिर के बाहर उनके इंतजार में खड़े लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया। मंदिर के पुजारियों ने पीएम मोदी का स्वागत किया। बता दें कि कर्नाटक का पीएम मोदी का एकदिवसीय दौरा मंदिर में पूजन के साथ शुरू हुआ।
पूजन के बाद पीएम मोदी उजीर में एक जनसभा को भी संबोधित करने पहुंचे इसी दौरान वे श्री क्षेत्र धर्मस्थल ग्रामीण विकास परियोजना में लाभार्थियों को रुपे कार्ड भी बांटेंगे। इसकी मदद से स्वयं सहायता समूह कैशलेस डिजिटल ट्रांजेक्शन शुरू करने में सक्षम होंगे। मंच पर शाल और माला पहना कर पीएम मोदी का सम्मान किया गया।
कर्नाटक दौरे के अंतिम पड़ाव में पीएम मोदी बीदर में 110 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन (बीदर-कलबुर्गी) का भी उद्घाटन करेंगे। यहां प्रधानमंत्री एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस रेलवे लाइन से नई दिल्ली और बेंगलुरू के बीच की दूरी कम हो जाएगी। गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट की आधारशीला 1996 में रखी गई थी और फिर फंड की कमी के चलते काम लटका रहा। इस देरी के चलते 370 करोड़ के प्रोजेक्ट की लागत बढ़कर 1,542 करोड़ हो गई।