कर्नाटक के सीएम पद से बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अब नए मुख्यमंत्री के तौर पर कयास लगने लगे हैं। इस बीच बीजेपी ने राज्य में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पर्यवेक्षक के तौर पर भेजने का फैसला लिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की रेस में प्रह्लाद जोशी, बीएल संतोष, लक्ष्मण सवदी और मुरुगेश निरानी का नाम शामिल है। नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक बीएस येदियुरप्पा कार्यवाहक सीएम बने रहेंगे।
वहीं इस्तीफा देने के बाद बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि मैंने सीएम के तौर पर किसी नाम का सुझाव केंद्रीय लीडरशिप को नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'बीजेपी हाईकमान की ओर से जिसे भी नए सीएम के तौर पर चुना जाएगा। हम उसके अंडर में काम करेंगे।
येदियुरप्पा बोले, मेरे ऊपर किसी का दबाव नहीं है
दिग्गज लिंगायत नेता येदियुरप्पा ने कहा, 'किसी ने भी मुझ पर इस्तीफे का दबाव नहीं दिया है। मैं खुद से इस्तीफा दिया है ताकि सरकार के दो साल पूरा होने के मौके पर किसी और अवसर मिल सके। मैं अगले चुनाव में भी बीजेपी को सत्ता में लाने के लिए अपनी ओर से पूरा योगदान दूंगा। मैंने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर किसी का भी नाम नहीं दिया है।' इससे पहले इस्तीफे का ऐलान करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि मैंने उस दौर में बीजेपी को प्रदेश में खड़ा किया है, जब कारें नहीं होती थीं। पूरे दिन हम कुछ लोग साइकिल से यात्राएं किया करते थे। उस वक्त राज्य में पार्टी को खड़ा करने वाला कोई नहीं था।
येदियुरप्पा ने यह भी बताया है कि वह सीएम पद से इस्तीफे के बाद भी सक्रिय राजनीति में बने रहेंगे। किसी राज्य के गवर्नर बनने की संभावनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसा कतई नहीं होगा। बता दें कि येदियुरप्पा पिछले ही दिनों अपने बेटे के साथ दिल्ली गए थे और तब से ही उन्हें पद से हटाए जाने के कयास लग रहे थे।