इंदौर के CPM नेता रमेश प्रजापति खुद को लगाई थी आग हुई मौत, थैले से मिला हैरान करने वाले पर्चे
इंदौर। देश भर में सीएए और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शन करने का सिलसिला थमने का नही ले रहा है तो शुरु में तो ये हिंसक हो गया और कई जगह भी आगजनी भी हुई थी,लेकिन सीपीएम नेता रमेश प्रजापति भी इसका विरोध कर रहे थे अब उनकी मौत हो गई है।
उन्होंने शुक्रवार को इंदौर में गीता भवन चौराहे पर आत्मदाह कर लिया था. उनकी जेब से सीएए और एनआरसी विरोधी पर्चे मिले थे. इस घटना में प्रजापत 90 फीसदी झुलस गए थे. उन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सोमवार को इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता रमेश प्रजापति ने तीन दिन पहले इंदौर के तुकोगंज इलाके में उन्होंने खुद को आग लगा ली थी. आसपास मौजूद लोग जब तक उन्हें बचाने के लिए दौड़े तब तक वो बुरी तरह झुलस गए थे. लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी, जिसके बाद तुकोगंज थाने के बीट जवान वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों की मदद से आग बुझाई. गंभीर हालत में प्रजापत को फौरन एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सोमवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया. प्रजापत 90 फीसदी झुलस चुके थे.
पुलिस ने घटनास्थल से प्रजापति की थैली बरामद की थी. इसमें नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में छपे पर्चे मिले थे. तुकोगंज थाने के प्रभारी निर्मल कुमार श्रीवास ने बताया था कि 72 वर्षीय रमेशचंद्र प्रजापत ने गीता भवन चौराहे पर कथित रूप से खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा ली. इस घटना में में बुरी तरह झुलसे प्रजापत को गंभीर हालत में शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. प्रजापत इतनी बुरी तरह झुलसे थे कि वो बयान देने की स्थिति में नहीं थे. सीपीएम सूत्रों ने बताया कि प्रजापत सीएए के विरोध में शहर के अलग-अलग स्थानों पर जारी प्रदर्शनों में लगातार शामिल हो रहे थे।
कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव छोटेलाल सरावद और कैलाश लिंबोदिया भी मौके पर पहुंचे। उन्हाेंने बताया कि प्रजापति रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी थे। वे कई दिनों से सीएए और एनआरसी के विरोध में माणिकबाग और बड़वाली चौकी में पार्टी की ओर से प्रदर्शन कर रहे थे। लगता है कि इसी के तनाव में उन्होंने यह कदम उठाया। वहीं, पुलिस का कहना है प्रजापित के बयान नहीं हाे सके हैं। इसलिए पता नहीं चला कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया?
यूथ कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान के अनुसार प्रजापति ने खुद को आग लगाने से पहले सीएए के खिलाफ नारे लगाए थे। हालांकि, बेटे दीपक का कहना है कि घटना काे राजनीतिक रंग न दिया जाए,