उज्जैन।कायथा के आसेर में रहने वाले व्यक्ति ने खेत पर अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगा ली। उसे फांसी पर लटका देख पत्नी ने सल्फास खाई। परिजन उसे लेकर तराना अस्पताल पहुंचे जहां महिला को मृत घोषित कर दिया गया। कायथा पुलिस ने दोनों के शवों का पीएम कराने के साथ जांच शुरू की है। पुलिस ने बताया कि जितेन्द्र सिंह पिता मनोहर उर्फ पोपसिंह 30 वर्ष निवासी आसेर थाना कायथा ने शाम 7 बजे के करीब खेत पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जितेन्द्र को उसकी पत्नी सुनीता 26 वर्ष ने फांसी पर लटका देखा तो स्वयं ने सल्फास खा ली।
हालत बिगड़ती देख परिजन सुनीता को तराना अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद सुनीता को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि जितेन्द्र और सुनीता का करीब 6-7 वर्ष पहले विवाह हुआ था। उनकी एक बच्ची भी है। पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कुछ समय पहले सुनीता पर उसकी ननद ने देवास थाने में दुष्कर्म के मामले में सहआरोपी बनाया था। इसको लेकर जितेन्द्र आत्मग्लानि में था और उसने पत्नी पर बहन द्वारा आरोप लगाने के चलते फांसी लगा ली जबकि पति को फांसी पर लटका देख सुनीता ने भी जहर खाकर आत्महत्या की। कायथा पुलिस ने शिवसिंह पिता दीपसिंह और धीरज पिता शेरसिंह निवासी आसेर की सूचना पर मर्ग कायम किया है।
मौसी का लड़का है दुष्कर्म का आरोपी
पुलिस के अनुसार सुनीता की मौसी के लड़के के खिलाफ ननद ने देवास थाने में दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज कराया था जिसमें सुनीता को सहआरोपी बनाया। शुक्रवार की शाम को जितेन्द्र का फांसी पर लटका शव ग्रामीणों ने देखा जिसकी खबर सुनीता को लगी तो उसने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली।