लॉक डाउन के डर से ट्रेन में भूसे की तरह भरकर लौट रहे हैं लोग.
भीड़ में लोग खिड़की के माध्यम से घुसकर घर पहुँचने की जल्दी में है. अब देखना यह होगा कि कोरोना से कैसे देश को बचाया जाय. फिलहाल लोंगों को धैर्य रखने की जरूरत है.
देश में बढ़ रही कोरोना की रफ्तार ने पूरे देश के हालत बिगाड़ रखे है. आम आदमी और मजदूर तबकों में लॉक डाउन के डर बुरी तरह बना हुआ है. चूँकि पिछली साल इसी समय हुए लॉकडाउन के दौरान लोग पैदल और भूखें प्यासे चलते नजर आ रहे थे. लोग उस घड़ी को कोस रहे थे जब कोरोना की बात सामने आई थी.
इस डर से लोग पहले से ही घर वापसी का मन बनाकर चल दिए है. लोग ट्रेन में भूसे की तरह भरकर लौट रहे हैं. चूँकि लोगों का मानना है कि घर जाकर कम से कम भूंखे प्यासे तो नहीं रहेंगे. हालांकि सरकार भी लॉकडाउन के बारे में अभी कोई बात नहीं कह पा रही है.
लॉकडाउन के डर से प्रवासी मजदूर घर वापसी शुरू कर दी है. मुंबई से यूपी आ रही एक ट्रेन में बंपर भीड़ प्रवासी मजदूरों की देखी जा सकती है. खचाखच भरी ट्रेन देखकर लोग हैरान है आखिर घर कैसे पहुंचा जाएगा. मुंबई में लोकमान्य तिलक टर्मिनल पर ट्रेन में इतनी भीड़ है कि पैर रखने की भी जगह नहीं बची है.
भीड़ में लोग खिड़की के माध्यम से घुसकर घर पहुँचने की जल्दी में है. अब देखना यह होगा कि कोरोना से कैसे देश को बचाया जाय. फिलहाल लोंगों को धैर्य रखने की जरूरत है.