मोदी है तो मुमकिन है: वसई से गोरखपुर के लिए चली श्रमिक स्पेशल राउरकेला पहुंची
नामुमकिन मुमकिन हुआ
महाराष्ट्र के वसई से गोरखपुर के लिए चली श्रमिक स्पेशल राउरकेला पहुंच गई। ऐसा भारत में पहली बार हुआ है। ट्रेन के गलत रूट पर बढ़ते ही सवाल उठना चाहिए था कि यह इधर कहां पर कहीं किसी ने नहीं पूछा और वह कोई 750 किलोमीटर दूर राउरकेला पहुंच गई।
अनुमान लगाइए रास्ते में कितने स्टेशन पर बिना जाने आगे बढ़ने के लिए झंडी दिखा दी गई होगी और जिस रूट पर जाना था वहां नहीं आने पर किसी ने पूछा नहीं ..... रेलवे के अफसर अब कह रहे हैं कि ट्रेन को उस रास्ते ले जाया जा रहा है नक्शा देखिए तो रास्ता समझ मेंआएगा और यह भी रेलवे किस 85 प्रतिशत की छूट की बात कर रहा था।