ससंद में सरकार द्वारा दिए गए बेरोजगारी के आँकड़े: करोड़ों का वादा करने वाले अब तक लाखों भी नहीं दे पाए
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भारतीय जनता पार्टी की नरेंद्र मोदी सरकार ने संसद में बेरोजगारी के आँकड़े प्रस्तुत किए है। जो बड़े ही चौकने वाले है। अपने आठ साल के कार्यकाल में महज सात लाख बाईस लाख लोगों को रोजागार दिया गया है।
यह आँकड़े बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने शेयर करते हुए लिखा है कि ससंद में सरकार द्वारा दिए गए यह आँकड़े बेरोजगारी का आलम बयां कर रहे हैं। विगत 8 वर्षों में 22 करोड़ युवाओं ने केंद्रीय विभागों में नौकरी के लिए आवेदन दिया जिसमें से मात्र 7 लाख को रोजगार मिल सका है। जब देश में लगभग एक करोड़ स्वीकृत पद खाली हैं, तब इस स्थिति का जिम्मेदार कौन है?
देखिए संसद में दिए गए आँकड़े
जबकि केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी के नेता लगातार कहते है कि हमने करोड़ों लोगों को रोजगार दिया है। अब उन्हे भी सार्वजनिक करना चाहिए कि अब तक कितने लोगों को किन किन विभागों में रोजगार दिया है। केंद्र सरकार ने संसद में बताया है कि 2014 से 2022 के दौरान विभिन्न विभागों में 7 लाख 22 हज़ार 311 लोगों को नौकरियां दी गईं, जबकि इन पदों के लिए 22 करोड़ 5 लाख 99 हज़ार से अधिक लोगों ने आवेदन किया था. अब आप क्या कहेंगे?
22 करोड़ युवा, 8 सालों में सरकारी नौकरियों के लिए कतार में लगे, नौकरी मिली 7.22 लाख को, यानी 1000 में से सिर्फ़ 3 को। बेरोज़गारी पर सवाल पूछने पर राजा को गुस्सा आता है। सच तो ये है- रोज़गार देना इनके बस की बात नहीं। युवा देश का ‘Asset’ हैं, भाजपा उन्हें ‘Liability’ दिखा रही है।
यह बात कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने कही है।